🕒 Published 1 month ago (3:45 PM)
अहमदाबाद। Air India Crash Update: 12 जून को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे की जांच में बड़ी सफलता मिली है। ब्लैक बॉक्स की जांच में तेजी आई है और इसका डेटा सुरक्षित रूप से रिकवर कर लिया गया है। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि क्रैश प्रोटेक्शन मॉड्यूल (CPM) को 24 जून को निकाला गया और 25 जून को मेमोरी मॉड्यूल से महत्वपूर्ण डेटा डाउनलोड किया गया है।
जांच की दिशा में अहम कदम
AAIB (Aircraft Accident Investigation Bureau) की लैब में CVR (Cockpit Voice Recorder) और FDR (Flight Data Recorder) दोनों से निकाले गए डेटा का विश्लेषण जारी है। इसके ज़रिए यह समझने की कोशिश की जा रही है कि हादसे के समय पायलट्स के बीच क्या बातचीत हुई, तकनीकी पहलुओं में क्या दिक्कतें आईं, और उस समय विमान के सभी सिस्टम कैसे काम कर रहे थे।
हादसे की असली वजह का होगा खुलासा
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, “इस जांच का मकसद सिर्फ हादसे की वजह जानना नहीं, बल्कि भविष्य में ऐसे हादसे ना हों, इसके लिए सिस्टम को मजबूत करना और सुधार करना भी है।”
क्या होता है ब्लैक बॉक्स?
हर कमर्शियल विमान में दो ब्लैक बॉक्स होते हैं:
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FDR (Flight Data Recorder): यह विमान के टेक्निकल पैरामीटर्स जैसे इंजन की गति, ऊंचाई, गति, और कंट्रोल इनपुट्स को रिकॉर्ड करता है।
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CVR (Cockpit Voice Recorder): यह कॉकपिट में होने वाली बातचीत, अलार्म और अन्य आवाजों को रिकॉर्ड करता है।
ब्लैक बॉक्स में मौजूद डेटा को मेमोरी चिप्स में सुरक्षित रखा जाता है और ये डिवाइस बेहद कठिन परिस्थितियों – जैसे ऊंचा तापमान, पानी या आग – को भी झेल सकते हैं।
आगे क्या?
अब जब डेटा सफलतापूर्वक एक्सेस कर लिया गया है, तो जांचकर्ताओं को उम्मीद है कि अगले कुछ हफ्तों में घटना की असली वजह का खुलासा हो जाएगा। यह एयरलाइन इंडस्ट्री के लिए बेहद अहम होगा, क्योंकि इससे भविष्य की उड़ानों की सुरक्षा को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।