Agni Panchak 2025: मई 2025 के अंत में पंचक का एक विशेष और अशुभ चरण आने वाला है, जिसे ‘अग्नि पंचक’ कहा जाता है। इस बार यह काल 20 मई 2025, मंगलवार सुबह 7:35 बजे से शुरू होकर 24 मई दोपहर 1:48 बजे तक रहेगा। पंचांग के अनुसार, जब पंचक की शुरुआत मंगलवार को होती है और चंद्रमा धनिष्ठा, शतभिषा या पूर्वाभाद्रपद नक्षत्रों में होता है, तो यह अग्नि पंचक कहलाता है।
विषयसूची
क्यों होता है अशुभ?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अग्नि पंचक के दौरान आग और बिजली से जुड़ी दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। इसके अलावा, मानसिक तनाव, चिड़चिड़ापन और शरीर में गर्मी जैसी समस्याएं भी अधिक देखने को मिलती हैं।
इस दौरान क्या हो सकता है?
- रसोई गैस का रिसाव
 - शॉर्ट सर्किट
 - इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में खराबी
 - अग्निकांड जैसी घटनाएं
 
क्या न करें – Agni Panchak 2025
- गैस, बिजली या अग्नि से जुड़ा कोई नया कार्य न शुरू करें।
 - किचन में नया उपकरण इंस्टॉल करने से बचें।
 - यज्ञ, हवन जैसे अग्निकर्म न करें।
 
क्या करें – Agni Panchak 2025
- घर में हनुमान चालीसा, दुर्गा सप्तशती या महामृत्युंजय मंत्र का पाठ करें।
 - अग्नि और बिजली से संबंधित सभी उपकरणों की जांच करें और सतर्क रहें।
 - अग्निदेव से परिवार की सुरक्षा और शांति की प्रार्थना करें।
 
धार्मिक दृष्टिकोण से
हालांकि अग्नि पंचक को अशुभ माना जाता है, लेकिन यह काल आत्मनिरीक्षण और आध्यात्मिक जागरूकता के लिए भी उपयुक्त होता है। संयम, साधना और सतर्कता से इस समय को सुरक्षित और सकारात्मक बनाया जा सकता है।
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