पंजाब के जालंधर में शुक्रवार को दो समुदायों के बीच हुए विवाद के बाद हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। यह विवाद उस वक्त शुरू हुआ जब मुस्लिम समाज के लोग कमिश्नर दफ्तर के बाहर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपने के लिए धरने पर बैठे थे। इसी दौरान एक व्यक्ति एक्टिवा पर सवार होकर वहां पहुंचा और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच झड़प की स्थिति बन गई।
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श्रीराम चौक पर हिंदू संगठनों का प्रदर्शन
शुक्रवार शाम हुई घटना के विरोध में शनिवार को हिंदू संगठनों ने श्रीराम चौक पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने जय श्रीराम के बैनर लेकर AAP नेता अयूब खान की गिरफ्तारी की मांग की। उनका आरोप था कि जय श्रीराम का नारा लगाने वाले योगेश नामक व्यक्ति के साथ मारपीट की गई, और इसके दोषियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
अयूब खान का जवाब — “मारपीट नहीं हुई”
घटना के बाद AAP नेता अयूब खान और उनके सहयोगी नमीन खान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि योगेश नारे लगाते हुए आगे बढ़ गया था और उसने मुस्लिम समुदाय को लेकर आपत्तिजनक बातें कहीं। अयूब ने साफ किया कि मुस्लिम समाज के लोगों ने योगेश से कोई मारपीट नहीं की। उन्होंने चुनौती दी कि अगर ऐसा हुआ है तो उसका वीडियो सबूत के रूप में पेश किया जाए।
“BJP रच रही साजिश”
अयूब खान ने आरोप लगाया कि बीजेपी शहर का माहौल बिगाड़ने की साजिश कर रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता केडी भंडारी और अशोक सरीन ‘हिक्की’ जैसे लोग पहले भी उनके साथ ईद के मौके पर नमाज में शामिल हो चुके हैं, इसलिए व्यक्तिगत विवाद की कोई बात नहीं है। अयूब के अनुसार, देर रात जो कुछ हुआ, वह एक योजनाबद्ध राजनीतिक चाल थी ताकि साम्प्रदायिक तनाव फैलाया जा सके।
योगेश के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की तैयारी
AAP नेता ने कहा कि वह योगेश के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराएंगे। उन्होंने कहा कि योगेश किन संगठनों से जुड़ा है और किनके संपर्क में था, इसकी जांच आवश्यक है। उनका आरोप है कि योगेश ने दो समुदायों को उकसाने का प्रयास किया और यह जांच का विषय है।
“हम अमन और भाईचारे के पक्षधर हैं”
अयूब खान ने कहा कि पंजाब हमेशा से भाईचारे और सौहार्द का प्रतीक रहा है। यहां ईद, दिवाली, दशहरा और महर्षि वाल्मीकि जयंती जैसे सभी पर्व मिलजुलकर मनाए जाते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी चुनावी राजनीति के लिए लोगों के बीच नफरत फैलाने का प्रयास कर रही है। अयूब ने कहा कि उनके खिलाफ केस पुलिस पर दबाव बनाकर दर्ज करवाया गया है।
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