रूस के कामचाटका में आया भीषण भूकंप, दुनिया के सबसे ताकतवर भूकंपों में शामिल

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By Hindustan Uday

🕒 Published 1 day ago (4:08 PM)

डेस्क. रूस के सुदूर पूर्व में स्थित कामचाटका प्रायद्वीप के किनारे बुधवार को स्थानीय समयानुसार लगभग सुबह 11:30 बजे एक तेज़ भूकंप दर्ज किया गया। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 8.8 मापी गई है, जिसे आधुनिक समय के 10 सबसे शक्तिशाली भूकंपों में गिना जा रहा है।

भूकंप की गहराई और प्रभाव

इस प्राकृतिक आपदा की गहराई लगभग 20 किलोमीटर थी। इसका केंद्र पेत्रोपावलोस्क-कामचात्स्की नामक शहर से केवल 119 किलोमीटर दूर था, जिससे वहां इमारतों को नुकसान हुआ और कई लोगों के घायल होने की खबरें सामने आईं हैं।

सुनामी का खतरा और चेतावनी

भूकंप के तुरंत बाद रूस, जापान और हवाई जैसे देशों ने सुनामी की चेतावनी जारी की। वहीं, इंडोनेशिया, न्यूजीलैंड, पेरू और फिलिपींस जैसे तटीय देशों में भी एडवायजरी अलर्ट घोषित किया गया। कई इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों की ओर भेजा गया।

भूकंपीय गतिविधियों का मुख्य कारण

कामचाटका और आसपास का इलाका ‘रिंग ऑफ फायर’ नामक भूकंपीय ज़ोन में आता है, जहां पृथ्वी की टेक्टोनिक प्लेट्स टकराती हैं। इस क्षेत्र में स्थित कुरील-कामचाटका ट्रेंच में प्रशांत प्लेट, ओखोत्स्क प्लेट के नीचे धंस रही है। यह टकराव भूगर्भीय दृष्टिकोण से बेहद खतरनाक है, जिससे यहां भूकंप बार-बार आते रहते हैं।

इतिहास दोहराता है: 1952 का भूकंप

1952 में भी इस इलाके में 9.0 तीव्रता का भूकंप आया था, जिससे भारी तबाही हुई थी। उस समय भी यह इलाका प्लेटों की तेज़ टकराहट के कारण चर्चा में था।

दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा भूकंप

2004 में इंडोनेशिया के सुमात्रा में 9.3 तीव्रता वाला भूकंप अब तक का सबसे तेज़ माना जाता है, जिसने समुद्र तल को हिला कर भयंकर सुनामी उत्पन्न की थी। इसके अलावा 2011 में जापान में आए 9.1 तीव्रता वाले भूकंप ने भी ऐसी ही तबाही मचाई थी।

भविष्य की चेतावनी

यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, इस भूकंप के 6 घंटे के भीतर 35 से ज्यादा आफ्टरशॉक्स (5.0 से ऊपर तीव्रता वाले) आ चुके हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि आफ्टरशॉक्स की तीव्रता 7.5 तक पहुंच सकती है और यह सिलसिला कई सप्ताहों या महीनों तक जारी रह सकता है।

ग्लोबल स्तर पर भूकंप की आशंका

कामचाटका में आया यह भूकंप दुनियाभर के उन इलाकों के लिए चेतावनी है, जो सबडक्शन जोन में आते हैं। न्यूजीलैंड, जापान, चिली और इंडोनेशिया जैसे देश भविष्य में इस तरह के शक्तिशाली भूकंपों के खतरे में हैं। विशेष रूप से न्यूजीलैंड का हिकुरांगी सबडक्शन जोन भूगर्भीय दृष्टि से 9.0 तीव्रता के भूकंप की संभावनाएं रखता है।

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