🕒 Published 1 month ago (6:45 AM)
Operation Sindoor: भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर ने एक बार फिर आतंक के आकाओं को साफ संदेश दे दिया है—अगर हमला करोगे, तो जवाब ऐसा मिलेगा कि पीढ़ियां याद रखेंगी। इसी ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्यों की मौत हो गई और उसका आतंकी ठिकाना जमींदोज कर दिया गया। लेकिन हैरानी की बात ये है कि इस खौफनाक नुकसान के बावजूद मसूद अजहर ने क्या कहा? न अफसोस… न निराशा! आखिर क्या है ऑपरेशन सिंदूर की पूरी कहानी और मसूद अजहर की प्रतिक्रिया? आइए जानते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर—भारत की ओर से चलाया गया वो जवाबी हमला, जो सीधे पाकिस्तान के बहावलपुर तक पहुंचा। यहीं स्थित था जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय—जामिया मस्जिद सुभान अल्लाह। भारतीय वायुसेना के सटीक निशाने ने इस आतंकी अड्डे को तबाह कर दिया। इस हमले में मसूद अजहर की बहन, बहनोई, भतीजा-भतीजी और पांच मासूम बच्चे समेत कुल 10 पारिवारिक सदस्य मारे गए। साथ ही चार करीबी आतंकी सहयोगी भी खत्म कर दिए गए।
मसूद अजहर ने हमले के बाद जो प्रतिक्रिया दी, वो चौंकाने वाली थी। उसने कहा—”न कोई अफसोस है, न निराशा। बल्कि बार-बार दिल में आता है कि मैं भी इस कारवां में शामिल क्यों नहीं हुआ।” उसने मारे गए परिवारवालों को अल्लाह के मेहमान बताया और कहा कि उनके जाने का समय आ चुका था।
दरअसल, यह जवाबी हमला भारत के पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुआ, जिसमें भारतीय नागरिकों ने अपनी जान गवाई थी। भारत ने दो टूक संदेश दिया—आतंक की ज़ुबान अब सिर्फ एक ही होगी, और वो होगी कार्रवाई की।
मसूद अजहर वही नाम है, जो 2001 के संसद हमले, 2008 के मुंबई हमले, 2016 के पठानकोट हमले और 2019 के पुलवामा हमले जैसी कई खूनी साजिशों का गुनहगार है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी मसूद अजहर आज भी पाकिस्तान में खुलेआम घूमता है, और इस्लामाबाद बार-बार इसके बारे में जानकारी होने से इनकार करता है।
लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब तस्वीर बदलती दिख रही है। न सिर्फ़ उसके संगठन की कमर तोड़ी गई, बल्कि एक बड़े मनोवैज्ञानिक झटके से भी उसे दो-चार होना पड़ा है।
तो ऑपरेशन सिंदूर साबित करता है कि भारत अब सिर्फ़ शब्दों से नहीं, बल्कि वार से जवाब देता है। आतंक के ठिकाने अब सुरक्षित नहीं रह गए और आतंकी सरगनाओं के लिए हर दिन डर के साए में जीने का दिन बन चुका है। सवाल ये नहीं कि अगला हमला कब होगा—सवाल सिर्फ़ ये है कि भारत की अगली जवाबी कार्रवाई किस आतंकी गढ़ पर होगी।