🕒 Published 1 month ago (1:52 PM)
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य की नीतियां आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं, जितनी हजारों साल पहले थीं। जीवन में किसके साथ रहना है और किनसे दूरी बनाना जरूरी है इसका निर्णय अक्सर हम भावनाओं में बहकर करते हैं। लेकिन चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में बहुत स्पष्ट रूप से बताया है कि कुछ लोगों की संगति हमारे जीवन के लिए ज़हर बन सकती है। आइए जानते हैं चाणक्य की उन चेतावनियों के बारे में जो आज भी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में हमारे बेहद काम की हैं।
1. चालाक और लालची लोग
चाणक्य के अनुसार, ऐसे लोग केवल अपने फायदे के बारे में सोचते हैं। वे आपकी तरक्की से जलते हैं और मुसीबत में आपका साथ देने के बजाय आपको और गिराने की कोशिश करते हैं। ऐसे लोगों की संगति न सिर्फ मानसिक तनाव देती है, बल्कि कई बार धोखा और नुकसान भी करवा सकती है।
2. घमंडी और स्वार्थी लोग
जो लोग हर बात में केवल अपना हित देखते हैं और दूसरों को नीचा दिखाकर खुद को श्रेष्ठ समझते हैं, वे भरोसे के लायक नहीं होते। चाणक्य कहते हैं कि ऐसे लोग सामने कुछ और, पीछे कुछ और होते हैं। इनसे दूर रहना ही बुद्धिमानी है।
3. जरूरत से ज्यादा मजाक करने वाले लोग
कुछ लोग दूसरों का मजाक उड़ाकर खुद को बुद्धिमान और मजेदार साबित करने की कोशिश करते हैं। लेकिन ये मजाक अक्सर आपके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाते हैं। चाणक्य के अनुसार, ऐसे लोग कभी भी सच्चे दोस्त नहीं बन सकते।
4. गुस्सैल और चिड़चिड़े लोग
चाणक्य ने गुस्से को विनाश का मार्ग बताया है। जो लोग छोटी-छोटी बातों पर अपना आपा खो बैठते हैं, उनसे विवाद या नुकसान की आशंका हमेशा बनी रहती है। ऐसे लोगों से दूरी बनाना ही सुरक्षित होता है।
5. नशे के आदी लोग
नशे में डूबे व्यक्ति की सोच, व्यवहार और निर्णय क्षमता पर भरोसा नहीं किया जा सकता। चाणक्य कहते हैं कि नशे की लत इंसान को पतन की ओर ले जाती है और इसके संपर्क में आने वाला व्यक्ति भी धीरे-धीरे बर्बादी की राह पकड़ सकता है।