🕒 Published 2 months ago (3:09 AM)
दिल्ली 1 May 2025। पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घिरता नजर आ रहा है। अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से सीधे बात की और इस अमानवीय कृत्य की जांच में पूरी मदद देने को कहा। उन्होंने पाकिस्तान को सलाह दी कि वह भारत के साथ तनाव को कम करे, बातचीत फिर से शुरू करे और पूरे दक्षिण एशिया में शांति बनाए रखने के लिए सकारात्मक भूमिका निभाए।
भारत-अमेरिका के रिश्तों में और मजबूती
अमेरिका ने न केवल पाकिस्तान को दो टूक जवाब दिया, बल्कि भारत के साथ खड़े होने का भी भरोसा दिलाया। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से फोन पर बात की और हमले में जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने यह भी दोहराया कि अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ मिलकर काम करेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी की पीएम मोदी से बात
हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस हमले के दोषियों को सजा दिलाने में अमेरिका भारत का हरसंभव साथ देगा। ट्रंप ने अपने विमान एयरफोर्स वन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि भारत-पाक सीमा पर लंबे समय से तनाव रहा है, लेकिन वे उम्मीद करते हैं कि समाधान की कोई राह जरूर निकलेगी।
ब्रिटेन, फ्रांस, इजराइल सहित कई देशों का समर्थन
भारत को केवल अमेरिका ही नहीं, बल्कि कई अन्य प्रमुख देशों का भी समर्थन मिला है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर ने हमले को क्रूर बताया और कहा कि उनका देश भारत के साथ इस कठिन समय में मजबूती से खड़ा है। नीदरलैंड के प्रधानमंत्री डिक शूफ और श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके ने भी भारत को भरोसा दिलाया कि वे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में साथ देंगे।
इसके अलावा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी और जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय ने प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर बात की और भारत को अपना समर्थन दिया। इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने भी फोन पर चर्चा कर एकजुटता जताई।
भारत के साथ वैश्विक एकता का संदेश
पहलगाम आतंकी हमले के बाद जिस तरह दुनिया के कई प्रमुख नेता भारत के समर्थन में सामने आए हैं, वह स्पष्ट संकेत है कि आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक स्तर पर एकजुटता बढ़ रही है। भारत को मिला यह समर्थन न केवल कूटनीतिक स्तर पर अहम है, बल्कि पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाने में भी कारगर साबित हो सकता है।
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