🕒 Published 3 months ago (2:27 PM)
नई दिल्ली। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के संकेत दे दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर सोमवार को अपने आवास पर हुई उच्चस्तरीय बैठक में सुरक्षा बलों को पूरी तरह से फ्री हैंड दे दी है। अब जवाबी कार्रवाई कब और कहां होगी, यह तय करने का अधिकार पूरी तरह से सेना को सौंप दिया गया है।
करीब डेढ़ घंटे चली इस अहम बैठक में प्रधानमंत्री के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान, थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी सहित तीनों सेनाओं के शीर्ष अधिकारी मौजूद थे।
पीएम मोदी का सख्त संदेश
बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट कहा कि आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक जवाब देना भारत की “राष्ट्रीय प्रतिबद्धता” है। उन्होंने कहा, “भारतीय सशस्त्र बलों की पेशेवर क्षमताओं पर मुझे पूर्ण भरोसा है। जवाबी कार्रवाई के तरीके, स्थान और समय का निर्णय अब पूरी तरह से सैन्य बलों पर निर्भर होगा।”
क्या बोले प्रधानमंत्री?
- “आतंकवाद को करारा जवाब देना हमारा अटल संकल्प है।”
- “सशस्त्र बलों को पूरी तरह से ऑपरेशनल स्वतंत्रता दी गई है।”
- “हमारी नीति स्पष्ट है — आतंक के खिलाफ कोई समझौता नहीं।”
सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने के निर्देश
जानकारी के अनुसार, बैठक में हालात की समीक्षा के साथ-साथ खुफिया सूचनाओं और संभावित खतरों पर चर्चा की गई। प्रधानमंत्री ने सभी एजेंसियों को सतर्क रहने और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है।
पहलगाम हमले में आतंकी संगठन की संलिप्तता के सुराग मिलने के बाद पूरे इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, सेना और अर्धसैनिक बलों ने संभावित ठिकानों की पहचान कर ली है और जल्द ही सर्जिकल एक्शन की संभावना को खारिज नहीं किया जा रहा।