Pahalgam Attack : पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने शनिवार को पहलगाम आतंकी हमले में अपनी भूमिका से साफ इनकार कर दिया है। पहले हमले की जिम्मेदारी लेने वाला TRF अब अपने बयान से पलट गया है, खासकर घाटी में भारी विरोध प्रदर्शन के बाद।
गौरतलब है कि भारत सरकार ने TRF को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत एक आतंकवादी संगठन घोषित कर रखा है। संगठन पर आतंकवाद को बढ़ावा देने, आतंकियों की भर्ती करने और पाकिस्तान से हथियार व ड्रग्स की तस्करी करने जैसे गंभीर आरोप हैं।
TRF ने एक बयान में दावा किया कि पहलगाम हमले के तुरंत बाद उनकी एक डिजिटल प्लेटफॉर्म से जो जिम्मेदारी ली गई थी, वह एक “अनधिकृत संदेश” था। संगठन ने इसे एक “साइबर घुसपैठ” का नतीजा बताया और आरोप लगाया कि इसमें भारतीय साइबर-खुफिया एजेंसियों का हाथ हो सकता है। TRF ने अपने दावे को मजबूती देने के लिए एक ऑडियो क्लिप भी जारी की है।
पहलगाम हमले के बाद घाटी में पाकिस्तान और उसके समर्थन वाले आतंकी संगठनों के खिलाफ लोगों में गुस्सा भड़क उठा था। विरोध प्रदर्शनों के दबाव में अब TRF हमले से पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहा है।
सरकार ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई करते हुए राजनयिक संबंधों में कटौती और सिंधु जल संधि को निलंबित करने जैसे बड़े कदम उठाए हैं।



