नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम से एक बार फिर आतंक की भयानक तस्वीर सामने आई है। मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे बैसारन घाटी में 5-6 आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। अब तक इस हमले में 26 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें दो विदेशी पर्यटक—इटली और इजराइल के नागरिक—भी शामिल हैं।
नाम और धर्म पूछकर दी गई मौत
चश्मदीदों के मुताबिक, आतंकियों ने हमला करने से पहले पर्यटकों से उनका नाम और धर्म पूछा। जैसे ही किसी ने खुद को हिंदू बताया, उन्हें सिर में गोली मार दी गई। यह हमला बेहद सुनियोजित और अमानवीय तरीके से अंजाम दिया गया। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ‘टेरेरिस्ट रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली है।
“कोई मेरे पति को बचा लो…” — चीखों से गूंजा पहलगाम
घटना स्थल के वीडियो में पीड़ित लोग बदहवास हालत में नजर आए। एक महिला लोकल लोगों से मदद की गुहार लगाती हुई दिखी—”कोई मेरे पति को बचा लो…”। इसी बीच एक अन्य महिला ने बताया कि वह अपने पति के साथ भेलपुरी खा रही थी, तभी आतंकी आए और पूछा—“क्या तुम मुस्लिम हो?” जवाब ‘ना’ में मिलते ही, उन्होंने उसके पति के सिर में गोली मार दी।
घायलों की सूची और मृतक राज्यों से ताल्लुक
घायलों में विनो भट्ट (गुजरात), एस. बालचंद्रू (महाराष्ट्र), अभिजवन राव (कर्नाटक), संतरू (तमिलनाडु), साहसी कुमारी (ओडिशा), डॉ. परमेश्वर, माणिक पाटिल और रिनो पांडे शामिल हैं। वहीं मारे गए अधिकांश लोग गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा से थे।
गृह मंत्री अमित शाह पहुंचे श्रीनगर
हमले के तुरंत बाद देश की राजधानी से गृहमंत्री अमित शाह श्रीनगर रवाना हुए। उन्होंने राजभवन में सेना, खुफिया एजेंसियों और स्थानीय प्रशासन के साथ हाई लेवल बैठक की। हमले के पीछे की साजिश और TRF की भूमिका की जांच तेज़ कर दी गई है।
सवालों के घेरे में सुरक्षा इंतज़ाम
ऐसे समय में जब घाटी में टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सरकार प्रयासरत है, यह आतंकी हमला एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है। स्थानीय प्रशासन ने बैसारन घाटी में ऑपरेशन चलाकर आतंकियों की तलाश शुरू कर दी है।
यह हमला सिर्फ एक आतंकी कार्रवाई नहीं, बल्कि देश के एकजुट ताने-बाने पर हमला है। अब देखना है कि केंद्र और राज्य प्रशासन इस दर्दनाक घटना के बाद क्या कदम उठाते हैं।
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