🕒 Published 4 months ago (8:06 AM)
चंडीगढ़। अमेरिका के बोस्टन से कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद देश की राजनीति में एक बार फिर ईवीएम और चुनाव प्रणाली को लेकर बहस छिड़ गई है। राहुल गांधी के बयान के समर्थन में अब हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी खुलकर सामने आ गए हैं।
राहुल बोले- महाराष्ट्र में 2 घंटे में पड़े 65 लाख वोट, कोई जांच नहीं
बोस्टन में राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र में शाम 5:30 से 7:30 बजे के बीच 65 लाख वोट कैसे पड़े, इसकी न तो जांच की गई और न ही चुनाव आयोग ने कोई स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने चुनाव आयोग पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि यह सिस्टम पूरी तरह से समझौता कर चुका है।
हुड्डा का आरोप – हरियाणा में भी हुई गड़बड़ी, कांग्रेस को हराया गया
राहुल गांधी के इस बयान के तुरंत बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सिर्फ महाराष्ट्र ही नहीं, हरियाणा में भी यही कहानी दोहराई गई। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस सत्ता में लौट रही थी, लेकिन चुनाव आयोग की गड़बड़ी के चलते पार्टी को हराया गया।
हुड्डा ने कहा, “हमने अक्टूबर 2024 में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों पर सवाल उठाए थे। 20 विधानसभा सीटों की सूची चुनाव आयोग को दी थी, जिनमें ईवीएम में गड़बड़ी की आशंका थी।”
चार्जिंग के आधार पर उठाए सवाल, कहा – जहां 99% बैटरी थी, वहीं कांग्रेस हारी
भूपेंद्र हुड्डा ने मतगणना के दिन की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा, “जिन मशीनों में 99 प्रतिशत बैटरी चार्ज थी, वहां कांग्रेस हारी, और जहां 60 से 70 प्रतिशत बैटरी थी, वहीं पार्टी जीती। हमने उसी समय आयोग से इन मशीनों को सील करने की मांग की थी, लेकिन हमारी बात अनसुनी कर दी गई।”
हुड्डा ने ये भी आरोप लगाया कि “बीजेपी के दबाव में चुनाव आयोग ने ईवीएम हैक की और लोकतंत्र से खिलवाड़ किया।”
‘धोखा और वादाखिलाफी बीजेपी की फितरत बन गई है’ – हुड्डा
पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, “चुनाव से पहले हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत काम कर रहे सवा लाख कर्मियों को पक्का करने का वादा किया गया था, लेकिन चुनाव खत्म होते ही सरकार ने इन कर्मचारियों को नौकरी से निकालना शुरू कर दिया। यह बीजेपी के झूठ और वादा खिलाफी का जीता-जागता उदाहरण है।”
क्या फिर से उठेगा बैलेट पेपर से चुनाव कराने का मुद्दा?
हुड्डा ने साफ शब्दों में कहा कि देशभर में हो रही इस तरह की चुनावी गड़बड़ियों को रोकने के लिए कांग्रेस अब फिर से बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग करेगी।