वक्फ कानून को लेकर देशभर में जारी कानूनी बहस और चुनौतियों के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने देशव्यापी जन जागरण अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत पार्टी का अल्पसंख्यक मोर्चा मुसलमान समुदाय के बीच जाकर उन्हें वक्फ कानून की वास्तविक जानकारी और इसके लाभ बताएगा।
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गुजरात से हुई अभियान की शुरुआत
इस अभियान की शुरुआत गुजरात प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित एक विशेष कार्यशाला से हुई, जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राधा मोहन अग्रवाल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मुसलमानों में यह गलतफहमी फैल गई है कि वक्फ कानून उनके खिलाफ है, जबकि सच्चाई यह है कि यह कानून उनके अधिकारों और संपत्तियों की रक्षा के लिए बना है।
16 पन्नों की साहित्य और पत्रिका तैयार
पार्टी ने जनसंपर्क के लिए 16 पन्नों का साहित्य और एक पत्रिका तैयार की है, जिसे कार्यकर्ता घर-घर जाकर मुसलमानों को बांटेंगे। इस अभियान का उद्देश्य 5 मई 2025 तक अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच बनाना और कानून को लेकर भ्रम दूर करना है।
सच्चर कमिटी की रिपोर्ट का हवाला
राधा मोहन अग्रवाल ने 2006 में आई सच्चर कमिटी रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि वक्फ संपत्तियों के मैनेजर खुद मालिक बन बैठे थे और करोड़ों की संपत्ति बेच दी गई थी। उन्होंने कहा कि ये संपत्तियां गरीब मुसलमानों के लिए थीं, लेकिन उनका दुरुपयोग हुआ।
कांग्रेस नेताओं पर आरोप
भाजपा नेता ने कांग्रेस पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कई नेताओं ने वक्फ की जमीनों पर अवैध कब्जे किए, जिनमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम भी शामिल है। उन्होंने कहा कि वक्फ संपत्तियों का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है, जिससे अवैध कब्जेदारों को परेशानी हो रही है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानेगी पार्टी
अग्रवाल ने सुप्रीम कोर्ट में चल रही कानूनी प्रक्रिया का सम्मान करते हुए कहा कि कोर्ट जो भी फैसला देगा, वह भाजपा और सरकार दोनों को स्वीकार्य होगा। साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे लोगों के बीच जाकर सच को स्पष्ट रूप से रखें और अफवाहों से बचें।
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