🕒 Published 2 months ago (12:29 PM)
फरीदाबाद12 अप्रैल 2025: हरियाणा में कांट्रैक्ट आधार (डीसी रेट) पर की जा रही नियुक्तियों को लेकर एक बार फिर पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए हैं। इस बार आवाज खुद सत्ताधारी पार्टी के विधायक ने उठाई है। होडल से भाजपा विधायक हरेंद्र सिंह रामरतन ने पलवल में आयोजित ग्रीवेंसेज कमेटी की बैठक में सार्वजनिक तौर पर यह मुद्दा उठाया और स्वास्थ्य मंत्री आरती राव के समक्ष गंभीर आरोप लगाए।
बैठक के दौरान विधायक ने कहा कि उनके क्षेत्र में जनस्वास्थ्य विभाग के एक एसडीओ ने अपने परिवार के सदस्यों—पत्नी और भाई—को ही विभाग में अनुबंध पर नियुक्त कर लिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये लोग कार्यस्थल पर उपस्थित नहीं होते और घर बैठे वेतन ले रहे हैं। इस प्रकार की नियुक्तियों के चलते पात्र युवाओं को रोजगार नहीं मिल पा रहा है।
विधायक के इस बयान से बैठक में मौजूद सभी अधिकारी और स्वयं मंत्री आरती राव भी चौंक गईं। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने तत्परता से कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने को कहा और इस मामले की जांच अतिरिक्त उपायुक्त (ADC) को सौंपी गई है।
विधायक ने यह भी कहा कि यह कोई एक मामला नहीं है, बल्कि कई विभागों में इस प्रकार की अनियमितताएं हो रही हैं। अधिकारियों द्वारा अपने जानकारों को नौकरी पर लगाना आम होता जा रहा है, जिससे योग्य और जरूरतमंद उम्मीदवारों को दरकिनार किया जा रहा है।
इस घटनाक्रम ने न केवल जिला प्रशासन बल्कि राज्य सरकार के स्तर पर भी चर्चा को जन्म दे दिया है। अब देखना होगा कि जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और क्या दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है।
जनता को अब जांच रिपोर्ट और सरकार की अगली कार्रवाई का इंतजार है।