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Pune के कोथरुड में ‘लव जिहाद’ के आरोप पर हंगामा, पुलिस ने कहा- नहीं मिले जबरन धर्म परिवर्तन के सबूत

Pune : पुणे के कोथरुड इलाके में ‘लव जिहाद’ के आरोपों को लेकर भारी हंगामा देखने को मिला। आरोप है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने अर्श सैलून में घुसकर सैलून मालिक और कर्मचारियों पर धर्म परिवर्तन का आरोप लगाते हुए बवाल किया और कथित तौर पर अल्पसंख्यक कर्मचारियों के साथ मारपीट की।

क्या है मामला?

घटना का केंद्र है सैलून के मालिक जावेद और उनके कर्मचारी अरमान, जिन पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने एक हिंदू लड़की को जबरन ‘कलमा’ पढ़ने और अरमान से शादी करने के लिए मजबूर किया। बीजेपी कार्यकर्ता उज्ज्वला गौड़ ने दावा किया कि लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया और उसे चुप रहने के लिए एक लाख रुपये दिए गए।

कैसे भड़का विवाद?

घटना के वीडियो में बीजेपी कार्यकर्ताओं को सैलून में घुसकर कर्मचारियों को धमकाते और सैलून में हंगामा करते देखा गया। हालात तब और बिगड़ गए जब कोथरुड पुलिस स्टेशन परिसर में ही कुछ लोगों ने सैलून मालिक और कर्मचारियों पर हमला कर दिया। जांच के अनुसार विवाद की शुरुआत अरमान और लड़की के बीच कार्यस्थल पर हुई बहस से हुई थी, जिसमें कथित रूप से अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया था।

पुलिस की प्रतिक्रिया

कोथरुड पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 351(2), 79 और 352 के तहत मामला दर्ज किया है। हालांकि, पुलिस उपायुक्त संभाजी कदम ने स्पष्ट किया कि अब तक की जांच में ‘लव जिहाद’ या जबरन धर्म परिवर्तन के आरोपों की पुष्टि नहीं हुई है।

डीसीपी कदम ने बताया कि लड़की का बयान लिखित और वीडियो दोनों रूपों में दर्ज किया गया है, जिसमें उसने यह साफ किया है कि न तो उससे जबरन शादी कराई गई, न ही धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाला गया। उसने यह भी इनकार किया कि उसे ‘कलमा’ पढ़ने के लिए मजबूर किया गया था।

निष्कर्ष

इस मामले ने एक बार फिर ‘लव जिहाद’ जैसे संवेदनशील मुद्दे को चर्चा में ला दिया है, लेकिन पुलिस जांच में अभी तक जबरन धर्म परिवर्तन के कोई ठोस प्रमाण नहीं मिले हैं। मामला अब कानून की प्रक्रिया के तहत आगे बढ़ेगा, और पुलिस की अगली कार्रवाई पर सबकी नजरें टिकी हैं।

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