🕒 Published 5 months ago (5:37 AM)
लौंग (Clove) भारतीय मसालों में एक प्रमुख स्थान रखती है। न केवल इसका उपयोग भोजन के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है, बल्कि औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है। प्राचीन काल से ही आयुर्वेद में लौंग का इस्तेमाल विभिन्न बीमारियों के उपचार में किया जाता रहा है। यह एक प्राकृतिक एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी मसाला है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है। खासकर, खाने के बाद लौंग चबाने की परंपरा भारतीय संस्कृति में काफी प्रचलित है।
लौंग में पाये जाने वाले पोषक तत्व
लौंग में बहुत सारे प्रकार के आवश्यक पोषक तत्व पाये जाते हैं, जो इसे एक शक्तिशाली औषधि बनाते हैं। इनमें सबसे अधिक निम्नलिखित तत्व मौजूद होते हैं:
यूजेनॉल (Eugenol): यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व है।
विटामिन C: यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।
फाइबर: पाचन क्रिया को सुधारने में सहायक होता है।
कैल्शियम और मैग्नीशियम: हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
ओमेगा-3 फैटी एसिड: हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।

लौंग चबाने के 6 प्रमुख फायदे
1. पाचन क्रिया को सुधारता है
After consuming लौंग, चबाने से पाचन क्रिया बेहतर होती है। यह पाचन एंजाइम्स को सक्रिय करता है, जिससे भोजन जल्दी और आसानी से पचता है। इसके अलावा, यह गैस, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं को कम करने में मददगार होता है।
2. मुंह की दुर्गंध को दूर करता है
लौंग में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो मुंह में बैक्टीरिया को नष्ट करते हैं, जिससे सांसों की दुर्गंध दूर हो जाती है। यह एक प्राकृतिक माउथ फ्रेशनर की तरह कार्य करता है और लंबे समय तक मुंह को ताजगी प्रदान करता है।
3. दांत दर्द और मसूड़ों की समस्याओं से राहत
लौंग में पाया जाने वाला यूजेनॉल दांत दर्द और मसूड़ों की सूजन को कम करने में मदद करता है। इसे सदियों से प्राकृतिक दर्द निवारक के रूप में उपयोग किया जाता रहा है।
4. सर्दी और खांसी में लाभकारी
लौंग के एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल अच्छाई प्लूविसिए, खांसी और सर्दी में सहायता पहुंचाते हैं। विशेषकर शीतकाल के मौसम में लौंग चबाने से गले में फंसे कफ बेहिसाब गुजर जाता है।
5. ब्लड शुगर को रेगुलेट करता है
लौंग ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में फायदेमंद होती है। इसमें प्रयाप्त तत्व शरीर में इंसुलिन का कार्यशीलता बढ़ाते हैं, जिससे डायबिटीज़ रोगी को फायदा हो सकता है।
6. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है
लौंग में एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाती है। यह संक्रमण से बचाने और बीमारियों से लड़ने में सहायक होती है।
लौंग का सेवन कैसे करें?
विशेषज्ञों के अनुसार, खाने के बाद 1-2 लौंग चबाना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। इसे धीरे-धीरे चबाएं, ताकि इसका रस मुंह में अच्छे से घुल जाए और अधिकतम लाभ प्राप्त हो।
लौंग के अधिक सेवन के कारण होने वाले नुकसान
लौंग के बहुत सारे फायदे हैं, लेकिन इसका अधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है:
एसिडिटी और जलन: अधिक लौंग खाने पर पेट में जलन हो सकती है।
ब्लड शुगर लेवल: डायबिटीज रोगियों को इसे संतुलित मात्रा में ही लेना चाहिए।
एलर्जी: कुछ लोगों को लौंग से एलर्जी हो सकती है, जिससे स्किन रैशेज या सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
निष्कर्ष
लौंग एक बहुउपयोग मसाला और औषधि है, जो संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए हमारे लिए उपयोगी हो सकता है। यह पाचन तंत्र को मजबूत करने, दांतों की समस्याओं को नि:सारण कर देने, सर्दी-खांसी से निजात दिलाने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है। किंतु इसका सेवन संतुलित मात्रा में करना ही आवश्यक है। यदि आप इसे दिनचर्या में अपने दैनिक जीवन में सम्मिलित करते हैं, तो यह आपके स्वास्थ्य को बेहतर बना सकेगा।
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