कांग्रेस का मोदी पर तीखा हमला: ‘ट्रंप की तरह बोल रहे हैं, देश को भटका रहे हैं PM!’
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर से तीखा हमला किया है। इस बार मुद्दा है पीएम मोदी की हालिया टिप्पणियां, जो उन्होंने एक अमेरिकी पॉडकास्ट के दौरान की थीं। कांग्रेस का आरोप है कि पीएम मोदी वैश्विक संगठनों की प्रासंगिकता पर सवाल उठाकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भाषा बोल रहे हैं और देश को गलत दिशा में ले जा रहे हैं। पार्टी का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी देशहित से भटक रहे हैं और ट्रंप को खुश करने के लिए अपनी जिम्मेदारियों को नजरअंदाज कर रहे हैं।
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पीएम मोदी की टिप्पणी पर कांग्रेस का कड़ा विरोध
कांग्रेस का मोदी पर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और संचार महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह रवैया देश को नुकसान पहुंचा सकता है। जयराम रमेश ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, “प्रधानमंत्री वैश्विक संगठनों जैसे कि डब्ल्यूएचओ, डब्ल्यूटीओ और संयुक्त राष्ट्र के महत्व को कम करके आंक रहे हैं, जो कि भारत के लिए हमेशा से फायदेमंद रहे हैं।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की इस तरह की टिप्पणी स्पष्ट रूप से अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को खुश करने की कोशिश है, जो खुद इन संस्थानों को अप्रासंगिक मानते हैं।
मोदी और ट्रंप की दोस्ती पर उठाए सवाल
कांग्रेस का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच की नजदीकियां न सिर्फ भारत के हितों के खिलाफ हैं, बल्कि यह भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि को भी कमजोर कर रही हैं। कांग्रेस ने कहा कि पीएम मोदी द्वारा ट्रंप की भाषा का इस्तेमाल करना यह दिखाता है कि वह अमेरिका की तरफ झुकाव दिखा रहे हैं। कांग्रेस का मोदी पर तीखा हमला इस बात पर केंद्रित था कि कैसे पीएम मोदी अपने ‘मित्र’ ट्रंप की नीतियों का समर्थन कर रहे हैं, जबकि ये नीतियां भारत के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं।
वैश्विक संगठनों की प्रासंगिकता पर बहस
प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए जयराम रमेश ने कहा कि वैश्विक संगठनों में सुधार की जरूरत हो सकती है, लेकिन इनकी व्यापक निंदा करना गलत है। “क्या डब्ल्यूएचओ और डब्ल्यूटीओ भारत के लिए ठीक नहीं हैं? क्या जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौता भारत के लिए सही नहीं है?” रमेश ने कहा। उनका मानना है कि पीएम मोदी और ट्रंप की यह आलोचना केवल अंतरराष्ट्रीय संगठनों को कमजोर करने की कोशिश है, जो भविष्य में भारत के लिए नकारात्मक साबित हो सकती है।
बहुपक्षीय संगठनों में सुधार की जरूरत या निंदा?
कांग्रेस का यह भी कहना है कि बहुपक्षीय संगठनों की प्रासंगिकता पर बहस करना एक बात है, लेकिन इन संगठनों की पूरी तरह से निंदा करना गलत है। कांग्रेस का मोदी पर तीखा हमला इस पर आधारित था कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप दोनों ही इन संगठनों को अप्रासंगिक साबित करने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि भारत ने इन संस्थानों से काफी लाभ उठाया है।

क्या मोदी सरकार का यह रुख खतरनाक है?
कांग्रेस ने यह सवाल उठाया कि क्या प्रधानमंत्री मोदी का यह रुख भारत के दीर्घकालिक हितों के लिए खतरनाक है? उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संगठनों की प्रासंगिकता को चुनौती देने से भारत की छवि कमजोर हो सकती है। कांग्रेस का मानना है कि पीएम मोदी का ट्रंप जैसा रवैया और भाषा देश के लिए हानिकारक हो सकती है, खासकर जब भारत को इन संगठनों से लंबे समय से लाभ मिल रहा है।
कांग्रेस का पीएम मोदी को आगाह
कांग्रेस ने पीएम मोदी को आगाह किया है कि उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की नीतियों का अंधानुकरण नहीं करना चाहिए। कांग्रेस का मोदी पर तीखा हमला इस बात पर भी केंद्रित था कि प्रधानमंत्री को भारत के हितों की प्राथमिकता देनी चाहिए, न कि ट्रंप जैसे नेताओं को खुश करने के लिए अपने रास्ते से भटकना चाहिए। कांग्रेस ने कहा कि देश की जनता को यह समझना चाहिए कि मोदी सरकार का यह रवैया उन्हें गुमराह कर सकता है और भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कमजोर कर सकता है।
कांग्रेस की मांग: पीएम मोदी को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए
कांग्रेस ने इस मामले में प्रधानमंत्री से स्पष्ट जवाब मांगा है। पार्टी का कहना है कि पीएम मोदी को यह बताना चाहिए कि वे वास्तव में किसके हित में बोल रहे हैं – भारत के या ट्रंप के। कांग्रेस का मोदी पर तीखा हमला इस बात पर केंद्रित था कि प्रधानमंत्री को अपनी जिम्मेदारियों से भटकने के बजाय देशहित में काम करना चाहिए। पार्टी ने प्रधानमंत्री से अपील की है कि वे अंतरराष्ट्रीय संगठनों के महत्व को समझें और भारत की मजबूत छवि को बनाए रखने के लिए प्रयास करें।
ट्रंप की भाषा बोलने का आरोप
कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि पीएम मोदी जिस तरह से ट्रंप की भाषा बोल रहे हैं, वह न सिर्फ भारत के लिए खतरनाक है, बल्कि यह प्रधानमंत्री की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाता है। जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का यह रवैया यह दिखाता है कि वे देश को गुमराह कर रहे हैं और ट्रंप के प्रभाव में काम कर रहे हैं। कांग्रेस ने पीएम मोदी को सलाह दी है कि वे अपनी बातों में सावधानी बरतें और भारत के दीर्घकालिक हितों को प्राथमिकता दें।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, कांग्रेस का मोदी पर तीखा हमला इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ उनकी दोस्ती और पीएम मोदी की वैश्विक संगठनों की प्रासंगिकता पर की गई टिप्पणियों को लेकर था। कांग्रेस का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी का यह रवैया देश के लिए नुकसानदायक हो सकता है और उन्हें ट्रंप जैसी भाषा से बचना चाहिए। पार्टी ने पीएम मोदी को आगाह किया है कि उन्हें देश के हितों को प्राथमिकता देनी चाहिए और ट्रंप के प्रभाव से दूर रहना चाहिए।
इस पूरे विवाद में कांग्रेस ने साफ तौर पर प्रधानमंत्री मोदी को आड़े हाथों लिया है और कहा है कि अगर प्रधानमंत्री इसी तरह से ट्रंप की नीतियों का समर्थन करते रहे, तो इसका खामियाजा देश को भुगतना पड़ सकता है। कांग्रेस का मोदी पर तीखा हमला एक बार फिर से राजनीतिक तापमान बढ़ा रहा है और यह देखना होगा कि पीएम मोदी इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।
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