YouTube ने हाल ही में ऐलान किया है कि वह अपने प्लेटफॉर्म पर गैंबलिंग ऐप्स और वेबसाइट्स को प्रमोट करने वाले कंटेंट क्रिएटर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा। इस फैसले के तहत, ऐसे क्रिएटर्स को प्लेटफॉर्म से बैन किया जा सकता है और उनके अकाउंट भी ब्लॉक किए जा सकते हैं।
YouTube की नई नीति
YouTube ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अगर कोई क्रिएटर बिना सर्टिफिकेशन के किसी गैंबलिंग ऐप या वेबसाइट को प्रमोट करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही:
- गूगल से अप्रूव्ड न होने वाली गैंबलिंग सेवाओं का लोगो या लिंक दिखाने वाले अकाउंट भी ब्लॉक किए जाएंगे।
- अनसर्टिफाइड गैंबलिंग ऐप्स और वेबसाइट्स को प्रमोट करने वाले कंटेंट को हटाया जाएगा।
- 18 साल से कम उम्र के दर्शकों को इस तरह के कंटेंट से बचाने के लिए एज रेस्ट्रिक्शन लागू किए जाएंगे।

यह बदलाव क्यों जरूरी है?
गैंबलिंग कंटेंट पर प्रतिबंध लगाने का मुख्य कारण YouTube की कम्युनिटी गाइडलाइन्स को मजबूत बनाना और खासतौर पर युवा दर्शकों को इस तरह के खतरनाक कंटेंट से बचाना है। YouTube के मुताबिक:
- गैंबलिंग साइट्स और ऐप्स पर दर्शकों को रिडायरेक्ट करना पहले से ही नियमों के खिलाफ था।
- अब, अगर कोई क्रिएटर किसी गैंबलिंग साइट से गारंटीड रिटर्न का दावा करता है, तो उसका कंटेंट प्लेटफॉर्म से हटा दिया जाएगा।
- इसके अलावा, YouTube उन वीडियो को भी एज रेस्ट्रिक्शन के तहत रखेगा, जो ऑनलाइन केसिनो साइट्स या ऐप्स का प्रमोशन करते हैं।
19 मार्च से लागू होंगे नए नियम
YouTube ने घोषणा की है कि ये सभी नियम 19 मार्च से प्रभावी होंगे। इन नियमों का उल्लंघन करने वाले क्रिएटर्स के वीडियो डिलीट किए जा सकते हैं और उनके चैनल को भी ब्लॉक किया जा सकता है।
भारत में ऑनलाइन गैंबलिंग का प्रभाव
भारत में ऑनलाइन गैंबलिंग उद्योग तेजी से बढ़ रहा है। डिजिटल इंडिया फाउंडेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार:
- सोशल मीडिया विज्ञापनों के जरिए चार अवैध गैंबलिंग साइट्स पर तीन महीनों में करीब 4.3 करोड़ विजिट्स दर्ज की गईं।
- डायरेक्ट URL के जरिए 100 करोड़ से अधिक विजिट्स रिकॉर्ड की गईं।
- भारत में गैंबलिंग संबंधी विज्ञापनों पर पहले से प्रतिबंध लगा हुआ है, लेकिन सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से इनका प्रचार-प्रसार हो रहा है।
YouTube का रुख और अन्य प्लेटफॉर्म्स का असर
YouTube का यह फैसला डिजिटल मार्केटिंग और ऑनलाइन प्रमोशन से जुड़ी इंडस्ट्री पर भी असर डाल सकता है।
- कई गैंबलिंग कंपनियां YouTube के जरिए अपने ऐप्स और वेबसाइट्स को प्रमोट कर रही थीं।
- अब वे अन्य प्लेटफॉर्म्स जैसे इंस्टाग्राम, फेसबुक, और ट्विटर पर अधिक ध्यान केंद्रित कर सकती हैं।
- YouTube के इस कदम के बाद, अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स भी गैंबलिंग कंटेंट के खिलाफ सख्त नियम लागू कर सकते हैं।

गैंबलिंग कंटेंट के लिए सुरक्षित विकल्प
अगर कोई क्रिएटर गैंबलिंग से संबंधित कंटेंट बनाना चाहता है, तो उसे निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
1. सर्टिफाइड गैंबलिंग प्लेटफॉर्म्स का प्रमोशन करें।
2. गूगल-अप्रूव्ड गैंबलिंग सेवाओं से जुड़े रहें।
3. नए नियमों का पालन करें और अपने वीडियो को एज रेस्ट्रिक्शन के तहत रखें।
4. फाइनेंशियल रिस्क और जिम्मेदारी के बारे में दर्शकों को सही जानकारी दें।
YouTube का यह फैसला उन क्रिएटर्स के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है, जो गैंबलिंग से जुड़े कंटेंट को प्रमोट कर रहे थे। लेकिन, यह प्लेटफॉर्म की सुरक्षा और विश्वसनीयता को बनाए रखने के लिए जरूरी कदम है। इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य दर्शकों, खासकर युवाओं को गैंबलिंग के जोखिम से बचाना है।
आगे चलकर, यह देखना दिलचस्प होगा कि अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स भी इस दिशा में क्या कदम उठाते हैं और गैंबलिंग इंडस्ट्री पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है।
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