महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए भारत सरकार कई योजनाएं चला रही है। इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता दिलाना और उन्हें रोजगार व बचत के अवसर प्रदान करना है। इस लेख में, हम कुछ प्रमुख सरकारी योजनाओं की जानकारी देंगे, जो विशेष रूप से महिलाओं के लिए बनाई गई हैं।
1. महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना (MSSC)
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना सरकार द्वारा शुरू की गई एक विशेष बचत योजना है, जिसमें महिलाओं को निवेश पर आकर्षक ब्याज दर मिलती है।
मुख्य विशेषताएँ:
- इस योजना में 7.5% ब्याज दर दी जाती है।
- महिलाएं अधिकतम 2 लाख रुपये तक निवेश कर सकती हैं।
- योजना की परिपक्वता अवधि 2 साल की होती है।
- योजना में आवेदन की अंतिम तिथि 31 मार्च 2025 निर्धारित की गई है।
लाभ:
- सुरक्षित निवेश विकल्प जो महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता प्रदान करता है।
- कम जोखिम के साथ अच्छा रिटर्न।
- बैंक और पोस्ट ऑफिस से आसानी से आवेदन किया जा सकता है।

2. LIC बीमा सखी योजना
LIC बीमा सखी योजना महिलाओं को बीमा एजेंट बनने और कमाई करने का अवसर प्रदान करती है। यह योजना खासतौर पर उन महिलाओं के लिए है जो बीमा सेक्टर में करियर बनाना चाहती हैं।
मुख्य विशेषताएँ:
- 10वीं पास महिलाएं भी इस योजना का लाभ उठा सकती हैं।
- महिलाओं को 3 साल तक प्रशिक्षण दिया जाता है।
- प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं को 7,000 रुपये प्रतिमाह स्टाइपेंड दिया जाता है।
- प्रशिक्षण के बाद महिलाएं LIC एजेंट के रूप में काम कर सकती हैं और अच्छी कमाई कर सकती हैं।
लाभ:
- यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद करती है।
- प्रशिक्षण के दौरान वित्तीय सहायता दी जाती है।
- महिलाओं को एक स्थायी आय का साधन मिलता है।
3. लखपति दीदी योजना
लखपति दीदी योजना के तहत महिलाओं को अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए सरकार द्वारा लोन प्रदान किया जाता है।
मुख्य विशेषताएँ:
- महिलाओं को 5 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त लोन दिया जाता है।
- इस योजना का उद्देश्य गांव की महिलाओं को उद्यमी बनाना है।
- महिला स्वयं सहायता समूहों को इस योजना से जोड़ा गया है।
लाभ:
- महिलाएं बिना ब्याज के लोन लेकर अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकती हैं।
- स्वरोजगार के अवसर बढ़ते हैं।
- महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने में सहायता मिलती है।
4. प्रधानमंत्री महिला शक्ति केंद्र योजना
प्रधानमंत्री महिला शक्ति केंद्र योजना ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए चलाई जा रही एक प्रमुख योजना है।
मुख्य विशेषताएँ:
- यह योजना ग्रामीण महिलाओं के लिए विशेष रूप से बनाई गई है।
- महिलाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।
- सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के माध्यम से महिलाओं को सहायता दी जाती है।
लाभ:
- महिलाओं को रोजगार के अवसर मिलते हैं।
- कौशल विकास के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर बनती हैं।
- सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी महिलाओं तक पहुंचाई जाती है।
5. प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना
यह योजना गर्भवती और धात्री महिलाओं के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
मुख्य विशेषताएँ:
- पहली बार मां बनने वाली महिलाओं को 5,000 रुपये की सहायता दी जाती है।
- यह सहायता तीन किश्तों में दी जाती है।
- यह योजना महिलाओं और नवजात शिशुओं के पोषण और स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करती है।
लाभ:
- गर्भवती महिलाओं को वित्तीय सहायता मिलती है।
- महिलाओं और शिशुओं के स्वास्थ्य में सुधार होता है।
- बेहतर पोषण और देखभाल सुनिश्चित होती है।

6. स्टैंड-अप इंडिया योजना
स्टैंड-अप इंडिया योजना महिलाओं को स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिए ऋण प्रदान करती है।
मुख्य विशेषताएँ:
- महिलाओं को 10 लाख रुपये से 1 करोड़ रुपये तक का लोन मिलता है।
- इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को उद्यमी बनाना है।
- यह योजना मुख्य रूप से मैन्युफैक्चरिंग, सर्विस और ट्रेडिंग सेक्टर पर केंद्रित है।
लाभ:
- महिलाएं अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकती हैं।
- उद्यमिता को बढ़ावा मिलता है।
- महिलाएं आत्मनिर्भर बनती हैं।
निष्कर्ष
भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही ये योजनाएं महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। चाहे वह बचत योजना हो, रोजगार से जुड़ी योजना हो, या उद्यमिता को बढ़ावा देने वाली योजना, इन सभी का उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर और वित्तीय रूप से स्वतंत्र बनाना है।
अगर आप इन योजनाओं का लाभ उठाना चाहते हैं, तो जल्द से जल्द आवेदन करें और अपने आर्थिक भविष्य को मजबूत बनाएं।
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