पटना: मोकामा में दुलारचंद यादव की मौत ने बिहार में राजनीतिक और सामाजिक हलचलों को बढ़ा दिया है। अब इस मामले पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि दिनदहाड़े हत्या हुई, नामजद FIR दर्ज है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनका कहना है कि आरोपी थाने के सामने से खुलेआम गुजर रहे हैं और प्रचार में भाग ले रहे हैं। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि आरोपी 40 लोगों के काफिले के साथ बंदूक और गोली-बारूद लेकर घूम रहे हैं।
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तेजस्वी यादव का आरोप
तेजस्वी ने सवाल उठाया कि चुनाव आयोग इस मामले में क्यों चुप है। उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग कहां है? क्या यह केवल विपक्ष के लिए कानून लागू करता है? सत्ता में बैठे लोगों के लिए क्यों नहीं?” उन्होंने यह भी कहा कि अपराधी बेलगाम हैं और सत्ता में बैठे लोग उन्हें संरक्षण दे रहे हैं। उनके अनुसार, चुनाव के बीच लोगों को पैसे बांटे जा रहे हैं लेकिन चुनाव आयोग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। तेजस्वी ने यह स्पष्ट किया कि बिहार की जनता इस बार चुनाव में भाजपा-एनडीए को सत्ता से हटाने का काम करेगी।
मोकामा में हिंसा की स्थिति
मोकामा में गुरुवार को जनसुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की मौत हुई। यह घटना उस समय हुई जब वह जनसुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के प्रचार कार्यक्रम में तारताड़ गांव पहुंचे। वहां अचानक हिंसा भड़क गई और उन्हें गोली लगी, जो उनके पैर के आरपार हो गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, दुलारचंद यादव की मौत फेफड़ा फटने और छाती की कई पसलियों टूटने के कारण हुई। उनके शरीर में इंटरनल ब्लीडिंग भी हुई थी। डॉक्टरों ने बताया कि मृत्यु का मुख्य कारण कार्डियो-पल्मोनरी फेल्योर विद ब्लंट इंजरी टू चेस्ट एंड हेड है, जिसका अर्थ है कि छाती और सिर पर जोरदार चोट के कारण हृदय और श्वसन प्रणाली ने काम करना बंद कर दिया।
राजनीतिक विरोध और FIR
दुलारचंद यादव को मोकामा में जेडीयू के उम्मीदवार अनंत सिंह का पुराना विरोधी माना जाता था। पुलिस ने दुलारचंद के पोते की शिकायत पर अनंत सिंह, उनके भतीजों रणवीर सिंह और कर्मवीर सिंह समेत पांच लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की है। FIR में हत्या, हत्या के प्रयास और अन्य संबंधित धाराओं को शामिल किया गया है।
घटना ने बढ़ाई राजनीतिक गर्माहट
यह हत्या बिहार में चुनावी गर्माहट के बीच हुई है। तेजस्वी यादव का बयान और FIR ने राजनीतिक दलों के बीच तनाव बढ़ा दिया है। राजद नेताओं ने आरोप लगाया है कि सत्ता पक्ष की मदद से आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। वहीं, पुलिस ने जांच तेज करने का दावा किया है।
चुनाव आयोग और कानून पर सवाल
तेजस्वी ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए कहा कि अपराधियों और भ्रष्टाचार पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। उनका कहना है कि यह स्थिति लोकतंत्र और कानून व्यवस्था के लिए गंभीर चुनौती है। तेजस्वी का यह बयान बिहार की चुनावी राजनीति में बड़ी हलचल मचा सकता है।
जनता की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोग और राजनीतिक विश्लेषक इस घटना को लेकर चिंतित हैं। कई लोग कानून के पालन और निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। वहीं, सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर चर्चा चल रही है और लोगों ने अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
मोकामा में दुलारचंद यादव की मौत ने बिहार में राजनीतिक और सामाजिक तनाव को बढ़ा दिया है। तेजस्वी यादव के बयान और FIR ने यह स्पष्ट किया कि अपराध और राजनीतिक संरक्षण का मुद्दा अभी भी गंभीर है। यह मामला आगामी चुनाव और कानून व्यवस्था पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है।
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