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इजरायल के हमलों से फिर कांपा गाजा, नेतन्याहू के आदेश पर IDF ने बरपाया कहर, 18 लोगों की मौत

गाजा एक बार फिर इजराइली हमलों से दहल उठा है। अमेरिका की मध्यस्थता में हुए युद्धविराम समझौते के टूटने के बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के आदेश पर इजराइली रक्षा बल (IDF) ने गाजा पट्टी में कई इलाकों पर जोरदार हवाई हमले किए। इन हमलों में अब तक 18 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।

युद्धविराम उल्लंघन के बाद कार्रवाई

सूत्रों के अनुसार, हमास की ओर से युद्धविराम समझौते का उल्लंघन करते हुए इजराइली ठिकानों पर रॉकेट दागे गए, जिसके जवाब में इजराइल ने गाजा पर हमले शुरू किए। IDF ने कहा कि यह कार्रवाई प्रधानमंत्री नेतन्याहू के सीधे निर्देश के बाद की गई है। इजराइली अधिकारियों का दावा है कि गाजा में हमले शुरू करने से पहले अमेरिका को इस निर्णय की जानकारी दे दी गई थी।

राफा और खान यूनिस में सबसे अधिक तबाही

गाजा के राफा क्षेत्र में तैनात इजराइली सैनिकों पर रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) और स्नाइपर फायरिंग की गई थी। इसके बाद इजराइली सेना ने जवाबी कार्रवाई में राफा और खान यूनिस शहरों पर भारी बमबारी की। गाजा नागरिक रक्षा विभाग के अनुसार, अल-सबरा इलाके में हुए एक हवाई हमले में तीन महिलाओं और एक पुरुष की मौत हो गई। वहीं खान यूनिस में दो बच्चों और एक महिला सहित पांच लोगों की जान गई।

नेतन्याहू की चेतावनी – “हमास को चुकानी होगी भारी कीमत”

इजराइल के रक्षा मंत्री योआव काट्ज़ ने कहा कि हमास द्वारा इजराइली सैनिकों पर हमला “लाल रेखा” पार करने जैसा है। उन्होंने चेतावनी दी कि इजराइल इस बार पहले से भी अधिक ताकत के साथ जवाब देगा। काट्ज़ ने कहा, “हमारे सैनिकों पर हमला करने की कीमत हमास को बहुत भारी चुकानी पड़ेगी। इजराइल अपने लोगों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएगा।”

अस्पतालों के पास भी धमाके

अल शिफा अस्पताल के निदेशक डॉ. मोहम्मद अबू सलमिया ने बताया कि उत्तरी गाजा में अस्पताल परिसर के पास कम से कम तीन जोरदार धमाके हुए। उन्होंने कहा कि विस्फोटों के कारण मरीजों और चिकित्सा कर्मियों में अफरा-तफरी मच गई। कई घायलों को तत्काल इलाज के लिए अन्य अस्पतालों में भेजा गया है।

शव की गलत पहचान को लेकर विवाद

इजराइल ने हाल ही में बरामद एक शव को लेकर हमास पर गलत पहचान का आरोप लगाया है। इजराइली अधिकारियों का कहना है कि हमास ने एक ऐसे बंदी के अवशेष लौटाए हैं, जिसकी मौत दो साल पहले ही हो चुकी थी। इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि इजराइल अब इस मामले की पूरी जांच करेगा और “आगे की कार्रवाई” पर विचार कर रहा है।

हमास ने कहा – युद्धविराम बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध

हमास ने इजराइली हमलों की निंदा करते हुए कहा कि उसने युद्धविराम समझौते का उल्लंघन नहीं किया। संगठन ने इजराइली सैनिकों पर हमले की जिम्मेदारी से इनकार करते हुए कहा कि वह संघर्ष विराम बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। हमास ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वह इजराइल की “आक्रामक कार्रवाई” को तुरंत रोके।

बढ़ता मानवीय संकट

गाजा में जारी हिंसा से मानवीय स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। राहत एजेंसियों का कहना है कि बिजली, पानी और दवाओं की भारी कमी है। संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि अगर स्थिति पर जल्द नियंत्रण नहीं किया गया, तो क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मानवीय त्रासदी पैदा हो सकती है।

एक साल से जारी संघर्ष का लंबा असर

अक्टूबर 2023 से शुरू हुए इजराइल-हमास संघर्ष में अब तक 68,500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 1.7 लाख से ज्यादा घायल हुए हैं। वहीं, 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमलों में इजराइल के 1,139 नागरिक मारे गए थे और 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया था। संघर्ष के एक वर्ष पूरे होने के बाद भी दोनों पक्षों के बीच शांति बहाल होने की कोई ठोस संभावना नहीं दिख रही है।

इजराइल और हमास के बीच जारी यह हिंसा अब एक बार फिर बड़े पैमाने पर तबाही का कारण बन रही है। नेतन्याहू सरकार हमास को पूरी तरह कमजोर करने की रणनीति पर कायम है, जबकि गाजा में मानवीय संकट गहराता जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय के प्रयासों के बावजूद शांति की राह फिलहाल बहुत दूर नज़र आ रही है।

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