भारतीय क्रिकेट टीम में सरफराज खान को लगातार नजरअंदाज किए जाने को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने इस मुद्दे पर कोच गौतम गंभीर को निशाने पर लिया है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या सरफराज को उनके नाम की वजह से टीम से बाहर रखा जा रहा है?
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शमा मोहम्मद ने उठाया सवाल
उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। कुछ लोग इसे जरूरी सवाल बता रहे हैं, तो कुछ इसे राजनीतिक बयानबाज़ी मान रहे हैं।
शमा मोहम्मद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए पूछा, “क्या सरफराज खान को उनके उपनाम की वजह से नजरअंदाज किया जा रहा है? बस पूछ रही हूं। हमें पता है कि गौतम गंभीर इस मुद्दे पर क्या सोचते हैं।”
घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन
सरफराज खान ने घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। हालांकि इसके बावजूद उन्हें टीम इंडिया में जगह नहीं मिल रही है। न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के बाद से वह टीम से बाहर हैं और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भी उन्हें मौका नहीं मिला।
इंग्लैंड टूर और वेस्टइंडीज के खिलाफ भी उनका चयन नहीं हुआ। यहां तक कि भारत ए टीम में भी उनका नाम नहीं रखा गया, जिससे क्रिकेट प्रेमी भी हैरान हैं।
चयनकर्ताओं की राय
एक पूर्व चयनकर्ता ने कहा कि सरफराज को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने की कोशिश करनी चाहिए, ताकि वह नई गेंद का सामना कर सकें। उनका मानना है कि पांचवें या छठे नंबर पर खेलने वाले स्थान के लिए कई ऑलराउंडर विकल्प पहले से मौजूद हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ उनकी चार असफल पारियां भी चयन में बाधा बनी हैं।
टीम में अन्य विकल्प
टीम इंडिया के पास इस समय ऋषभ पंत, रविंद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर और नितीश रेड्डी जैसे खिलाड़ी मौजूद हैं जो बल्लेबाजी के साथ गेंदबाजी भी कर सकते हैं। ऐसे में सरफराज को फिट और इन-फॉर्म खिलाड़ियों के बीच जगह बनाना चुनौतीपूर्ण हो गया है।
पहले भी कर चुकी हैं मुस्लिम खिलाड़ियों का समर्थन
शमा मोहम्मद इससे पहले मोहम्मद शमी के पक्ष में भी खड़ी हो चुकी हैं। रमजान के दौरान एनर्जी ड्रिंक पीने को लेकर शमी की आलोचना हुई थी, तब शमा ने कहा था कि इस्लाम में सफर या शारीरिक मेहनत के दौरान रोज़ा न रखने की छूट है।
सरफराज खान का टीम इंडिया में चयन न होना अब सिर्फ क्रिकेट का मुद्दा नहीं रह गया है, बल्कि इसमें राजनीतिक और सामाजिक बहस भी जुड़ गई है। शमा मोहम्मद के बयान के बाद यह विवाद और गहराता दिख रहा है। बीसीसीआई या टीम प्रबंधन की ओर से अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
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