रामनगरी अयोध्या एक बार फिर दीपों की भव्यता और भक्ति के रंग में रंग गई है। इस वर्ष का दीपोत्सव न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बन गया है, बल्कि एक नए कीर्तिमान की ओर अग्रसर भी है। सरयू नदी के किनारे हजारों श्रद्धालुओं ने एक साथ सामूहिक आरती में भाग लेकर एकता और आध्यात्मिक शक्ति का संदेश दिया।
सरयू तट पर ऐतिहासिक महाआरती
इस बार दीपोत्सव के दौरान आयोजित होने वाली सरयू आरती ने फिर से इतिहास रचने की तैयारी कर ली है। आयोजन स्थल को 11 अलग-अलग हिस्सों में बांटा गया है, जहां प्रत्येक खंड में करीब 200 लोग आरती करेंगे। यह पूरी व्यवस्था जिला प्रशासन और नगर निगम के सहयोग से की गई है। नयाघाट से लक्ष्मणघाट तक फैले इस आयोजन क्षेत्र में व्यवस्था को अत्यंत सुव्यवस्थित और अनुशासित तरीके से अंजाम दिया गया है। कार्यक्रम शाम 5 बजे शुरू हुआ और श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता था।
रामपथ पर शोभायात्रा बनी आकर्षण का केंद्र
दीपोत्सव से पहले अयोध्या के रामपथ पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसे उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने रवाना किया। विभिन्न झांकियों और लोक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
हर साल बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या
दीपोत्सव के आयोजन ने अयोध्या को वैश्विक स्तर पर धार्मिक पर्यटन का केंद्र बना दिया है। पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 2017 से अब तक लाखों की संख्या में देशी और विदेशी श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे हैं। 2025 के केवल पहले छह महीनों में ही 23.82 करोड़ से अधिक लोग अयोध्या दर्शन के लिए आ चुके हैं, जो पिछले सभी रिकॉर्ड को तोड़ता है।
मुख्यमंत्री योगी का दीपावली विशेष कार्यक्रम
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बार दीपावली पर अयोध्या की मलिन बस्तियों और निषाद समुदाय के साथ पर्व मनाएंगे। मुख्यमंत्री पहले हनुमानगढ़ी और फिर रामलला के दर्शन करेंगे। इसके बाद वह अभिरामदास नगर और देवकली क्षेत्र की बस्तियों में जाकर दीप जलाएंगे, बच्चों को मिठाइयां और उपहार वितरित करेंगे तथा समुदाय के बुजुर्गों से संवाद कर दीपावली की शुभकामनाएं साझा करेंगे।
तकनीकी निगरानी से सुरक्षित रहेगा आयोजन
इस दीपोत्सव में सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। पहली बार महाकुंभ की तर्ज पर पूरे आयोजन क्षेत्र में 11 एआई कैमरे लगाए गए हैं। ये कैमरे श्रद्धालुओं की गतिविधियों पर नजर रखते हुए भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। डीएम निखिल टीकाराम फुंडे ने जानकारी दी कि ये कैमरे न केवल गिनती करेंगे, बल्कि भीड़भाड़ और किसी संदिग्ध गतिविधि की पहचान भी कर सकेंगे। जैसे ही किसी स्थान पर अधिक भीड़ जमा होती है, अधिकारियों को तुरंत अलर्ट भेजा जाएगा।
अयोध्या का वैश्विक आकर्षण और बढ़ा
दीपोत्सव की लोकप्रियता ने अयोध्या को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल के रूप में स्थापित कर दिया है। खासतौर पर 2023 और 2024 में रिकॉर्डतोड़ संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचे। 2024 में कुल 16.44 करोड़ और 2025 में केवल जून तक 23.82 करोड़ श्रद्धालुओं ने रामनगरी में दर्शन किए।
निष्कर्ष
दीपोत्सव 2025 अयोध्या के लिए केवल एक पर्व नहीं, बल्कि आस्था, संस्कृति और तकनीकी समन्वय का एक उत्कृष्ट उदाहरण बन चुका है। यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक चेतना को बल देता है, बल्कि सामाजिक समरसता और जनसहभागिता को भी नई दिशा प्रदान करता है।
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