भोपाल: मध्य प्रदेश में जहरीली दवा Coldrif कफ सिरप के सेवन से हुई 20 बच्चों की मौत के मामले में बड़ा एक्शन हुआ है। इस मामले में फरार चल रहे श्रीसन फार्मा के मालिक रंगनाथन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मध्य प्रदेश पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) ने चेन्नई से उसे धर दबोचा।
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20 बच्चों की जान लेने वाली दवा का जिम्मेदार गिरफ्तार
मामला तब उजागर हुआ जब बच्चों को सामान्य सर्दी-खांसी के इलाज के लिए दी जा रही इस कफ सिरप के सेवन से कई बच्चों की किडनी फेल हो गई और इलाज के दौरान एक के बाद एक कर 20 बच्चों की मौत हो गई। जांच में सामने आया कि Coldrif सिरप में डायएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) नामक एक जहरीला रसायन 46.2% तक पाया गया।
रंगनाथन की गिरफ्तारी पर था इनाम
छिंदवाड़ा पुलिस ने श्रीसन फार्मा के मालिक रंगनाथन की गिरफ्तारी पर ₹20,000 का इनाम घोषित किया था। सूचना देने वालों का नाम गुप्त रखने की बात कही गई थी। रंगनाथन की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी तीन दिन पहले चेन्नई पहुंची थी और अशोक नगर थाना क्षेत्र से उसे गिरफ्तार किया गया।
फैक्टरी सील, प्लांट को कारण बताओ नोटिस
मामले की गंभीरता को देखते हुए तमिलनाडु सरकार ने कंपनी के कांचीपुरम स्थित प्लांट को सील कर दिया है और कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी कर चेतावनी दी कि आपराधिक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही 1 अक्टूबर से तमिलनाडु में Coldrif सिरप की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है।
DEG: जहरीला केमिकल जो बना मौत की वजह
Coldrif सिरप में पाया गया डायएथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) एक औद्योगिक उपयोग में आने वाला जहरीला रसायन है, जिसे दवा में किसी भी हालत में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। इसकी थोड़ी सी मात्रा भी शरीर के लिए बेहद खतरनाक होती है, खासकर बच्चों में किडनी फेलियर का कारण बनती है।
कई राज्यों ने लगाया Coldrif पर बैन
केवल मध्य प्रदेश ही नहीं, केरल और अन्य राज्यों ने भी इस कफ सिरप की बिक्री पर रोक लगा दी है। मेडिकल स्टोर्स से स्टॉक हटाने के आदेश भी दिए गए हैं ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदी को रोका जा सके।
SIT कर रही गहन जांच
मध्य प्रदेश पुलिस की सात सदस्यीय विशेष जांच टीम (SIT) इस पूरे मामले की जांच कर रही है। SIT ने कंपनी के रजिस्टर्ड ऑफिस और फैक्टरी में दस्तावेजों और दवाओं की जांच की। अब रंगनाथन से पूछताछ के बाद और बड़े खुलासे होने की संभावना है।
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