Home » Blogs » राहुल गांधी का काफिला रोकने UP के CM योगी के मंत्री को रोड पर उतरना पड़ा, मंत्री समर्थकों के साथ पुलिस की धक्का मुक्की

राहुल गांधी का काफिला रोकने UP के CM योगी के मंत्री को रोड पर उतरना पड़ा, मंत्री समर्थकों के साथ पुलिस की धक्का मुक्की

रायबरेली में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के दौरे के दौरान बुधवार को जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। योगी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह राहुल गांधी का काफिला रोकने के लिए अपने समर्थकों के साथ सड़क पर धरने पर बैठ गए । धरने पर  “राहुल वापस जाओ” के नारे लगे । पुलिस ने जब व्यवस्था को संभालने की  कोशिश की तो मंत्री समर्थकों के साथ पुलिस की धक्का मुक्की हो गई । हालांकि जल्द ही पुलिस ने हालात को काबू में कर लिया  बाद स्थिति नियंत्रण में लाई गई।

काफिले को रोका गया

हुआ कुछ यूं कि राहुल गांधी 2 दिवसीय दौरे पर रायबरेली पहुंचे हैं । वे 10 और 11 सितंबर को रायबरेली में रहेंगे ।वे  जैसे ही रायबरेली पहुंचे उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। मंत्री दिनेश प्रताप सिंह समर्थकों के साथ सड़क पर जम गए ।  मंत्री के धरने के चलते राहुल गांधी के काफिले को पुलिस ने लगभग 1 किलोमीटर पहले ही रोक दिया गया।  जब पुलिस ने मंत्री और भाजपा कार्यकर्ताओं को हटाने का प्रयास किया तो धक्कामुक्की की स्थिति बन गई। पुलिस को इस दौरान काफी मशक्कत के बाद रास्ता साफ करना पड़ा। यह घटना रायबरेली में चर्चा का विषय बन गई ।

राहुल गांधी का कार्यक्रम

राहुल गांधी बुधवार सुबह दिल्ली से लखनऊ पहुंचे और वहां से सड़क मार्ग द्वारा रायबरेली गए। हरचंदपुर में रूककर  राहुल गांधी ने उसमाजवादी पार्टी के नेताओं से भी मुलाकात की। । इस दौरान वे बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से मिलेंगे, प्रशासनिक बैठकों में शामिल होंगे और अलग-अलग कार्यक्रमों में भाग लेंगे। लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यह उनका छठा दौरा है। राहुल गांधी का यह दौरा कांग्रेस संगठन को मजबूती देने की दिशा में अहम माना जा रहा है। वहीं, भाजपा कार्यकर्ताओं के विरोध से राजनीतिक टकराव और गहराने के आसार जताए जा रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने भी उनकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी है।

पोस्टर विवाद ने बढ़ाया तापमान

दौरे से पहले एक पोस्टर ने यूपी का राजनीतिक पारा बढ़ा दिया है। लोहिया वाहिनी के प्रदेश सचिव  राहुल निर्मल बागी ने एक पोस्टर जारी किया, जिसमें राहुल गांधी, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव को ब्रह्मा, विष्णु और महेश के रूप में दिखाया गया। इसमें इन नेताओं को दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्गों की आवाज बताया गया।

अगर खबर पसंद आई हो तो इसे शेयर ज़रूर करें!

0Shares
Scroll to Top