भोपाल। भोपाल में पुलिस को नशे के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत एक बड़ी सफलता मिली है। हाल ही में शहर में ड्रग तस्करी और शारीरिक शोषण के मामलों में लिप्त एक गैंग का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, वे आपस में चाचा-भतीजा हैं। यह गैंग युवाओं को वेट लॉस और फिटनेस के नाम पर एमडी ड्रग्स का सेवन कराता था और फिर लड़कियों को अपने जाल में फंसा कर शारीरिक शोषण और ब्लैकमेलिंग करता था।
पहले दो पकड़े गए, फिर मिली चाचा-भतीजे की जानकारी
पुलिस ने 18 जुलाई को सैफुद्दीन और शाहरुख नाम के दो ड्रग सप्लायर्स को गिरफ्तार किया था, जो शहर के क्लबों और पार्टियों में एमडी (मेथामफेटामिन) पाउडर बांटते थे। जांच में खुलासा हुआ कि ये आरोपी युवाओं को वेट लॉस या पार्टी ड्रग्स के नाम पर नशे की लत लगवाते थे। लड़कियों को पहले मुफ्त में नशा कराया जाता और फिर उनसे दोस्ती कर उनका वीडियो बनाकर शारीरिक शोषण और ब्लैकमेलिंग की जाती थी।
पुलिस ने रची रणनीति, फिर किया फिल्मी अंदाज़ में अरेस्ट
सैफुद्दीन और शाहरुख से पूछताछ के बाद चाचा-भतीजे यासीन और शावर के नाम सामने आए। पुलिस ने पूरी प्लानिंग कर 23 जुलाई को दोनों को धरदबोचा। गिरफ्तारी के समय यासीन ने भागने की कोशिश में दो कारों को अपनी स्कॉर्पियो से टक्कर मार दी। गिरफ्तार किए जाने पर पुलिस को यासीन की गाड़ी पर विधानसभा पास और प्रेस का स्टीकर भी चिपका मिला।
क्लब डीजे की आड़ में चलता था काला कारोबार
यासीन पेशे से क्लब डीजे है, और वह इसी पहचान का फायदा उठाकर क्लबों और पार्टियों में आने वाली महिलाओं को एमडी ड्रग्स के ज़रिए फंसा लेता था। पुलिस को यासीन के मोबाइल में महिलाओं के साथ आपत्तिजनक वीडियो के अलावा करीब 20 से अधिक ऐसे वीडियो मिले हैं, जिनमें कुछ युवकों की पिटाई की जा रही है।
हथियार और ड्रग्स के साथ मिली लग्जरी गाड़ियाँ
पुलिस ने यासीन के पास से 1.05 ग्राम एमडी ड्रग, एक पिस्टल और एक स्कॉर्पियो जब्त की है। वहीं शावर के पास से 2.05 ग्राम एमडी ड्रग और एक महिंद्रा बीई6 गाड़ी बरामद की गई है। दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट, आर्म्स एक्ट और अन्य संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश कर 5 दिन की रिमांड पर लिया है ताकि ड्रग सप्लाई और शोषण के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।


