नई दिल्ली – संसद का मॉनसून सत्र 2025 आज से शुरू हो गया है और पहले ही दिन से इस सत्र के गरम रहने के पूरे आसार नजर आ रहे हैं। सरकार और विपक्ष दोनों अपनी-अपनी रणनीतियों के साथ सदन में उतरने को तैयार हैं। इस बार बहस और टकराव की मुख्य वजहें हैं – ऑपरेशन सिंदूर, बिहार में विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR), अमेरिका और पाकिस्तान के संबंधों पर अमेरिकी राष्ट्रपति के हालिया बयान, और पहलगाम आतंकी हमला।
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सरकार बोली – हर मुद्दे पर बहस को तैयार
रविवार को हुई सर्वदलीय बैठक में सरकार की तरफ से स्पष्ट किया गया कि वह हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। संसदीय कार्यमंत्री किरें रिजिजू ने कहा कि अमेरिका-पाकिस्तान संघर्ष को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति के दावों पर जब भी चर्चा होगी, सरकार तथ्यों के साथ जवाब देगी। उन्होंने कहा कि बिहार SIR का 95 प्रतिशत कार्य पहले ही पूरा हो चुका है और इस प्रक्रिया को रोकने की विपक्ष की मांग सिर्फ वोट बैंक की राजनीति से प्रेरित है।
विपक्ष का निशाना – ऑपरेशन सिंदूर से लेकर SIR तक
इंडिया गठबंधन इस सत्र में सरकार को घेरने की पूरी रणनीति बना चुका है। विपक्ष की ओर से कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न केवल ऑपरेशन सिंदूर बल्कि अमेरिका-पाक के बीच संघर्ष विराम के दावों, बिहार की SIR प्रक्रिया, और पहलगाम हमले में चूक पर स्वयं संसद में जवाब देना चाहिए। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने साफ कहा कि इन तमाम मुद्दों पर विपक्ष बहस से पीछे नहीं हटेगा।
संसद पहुंचने लगे सांसद
आज सत्र की शुरुआत से पहले सांसदों का संसद पहुंचना शुरू हो गया है। भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि विपक्ष केवल बहस टालना चाहता है और संवेदनशील मुद्दों को राजनीतिक लाभ के लिए भुना रहा है।
सरकार ला रही है 17 अहम विधेयक
इस बार के मॉनसून सत्र में केंद्र सरकार 17 महत्वपूर्ण विधेयक लाने जा रही है। इन विधेयकों में कुछ पुराने कानूनों में संशोधन भी शामिल हैं, जो आर्थिक सुधारों से लेकर सुरक्षा संबंधी मामलों तक को प्रभावित करेंगे।
इस सत्र में दोनों पक्षों के बीच कई गंभीर मुद्दों पर बहस होना तय है। अब देखना यह होगा कि यह बहस समाधान की दिशा में जाती है या सिर्फ राजनीतिक शोरगुल में दबकर रह जाती है।
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