🕒 Published 3 weeks ago (10:02 PM)
Uttarakhand Accident News: उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले से मंगलवार शाम एक बेहद दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। मुवानी से बोकटा जा रही एक यात्री जीप अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी, जिससे मौके पर ही आठ लोगों की जान चली गई, जिनमें दो स्कूली बच्चे भी शामिल हैं। हादसे में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना से पूरे बोकटा गांव में कोहराम मच गया है।
कैसे हुआ हादसा?
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, हादसा शाम करीब 5 बजे हुआ। पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय से करीब 52 किलोमीटर दूर मुवानी-बोकटा मार्ग पर एक मैक्स वाहन (जीप) यात्रियों को लेकर जा रहा था। अचानक चालक ने संतुलन खो दिया और वाहन अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गया, जो पास ही बह रही नदी तक जा पहुंचा।
जैसे ही वाहन खाई में गिरा, वहां चीख-पुकार मच गई। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय ग्रामीण, पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई और राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया।
मृतकों और घायलों की स्थिति
हादसे में अब तक आठ लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। मृतकों में दो स्कूली बच्चे भी शामिल हैं। वाहन में कुल 11 लोग सवार थे। तीन यात्री अभी गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें स्थानीय लोगों और राहतकर्मियों की मदद से नदी से निकालकर सड़क तक लाया गया और फिर जिला अस्पताल भिजवाया गया। सभी मृतक बोकटा गांव के ही रहने वाले बताए जा रहे हैं। हादसे के बाद गांव में शोक और मातम का माहौल है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जताया शोक
इस हादसे पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा शोक जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा:
“जनपद पिथौरागढ़ के मुवानी क्षेत्र में वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने का अत्यंत दु:खद समाचार प्राप्त हुआ।
ईश्वर से प्रार्थना है कि दुर्घटना में दिवंगत हुए लोगों की आत्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”
सीएम धामी ने जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि घायलों को उचित और त्वरित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की है।
राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी
हालांकि घायलों को अस्पताल भेजा जा चुका है, लेकिन राहत और बचाव कार्य अभी भी चल रहा है। खाई की गहराई और दुर्गम इलाका होने के चलते रेस्क्यू में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। अधिकारियों की एक टीम मौके पर डटी हुई है और स्थानीय लोग भी पूरे मनोयोग से मदद कर रहे हैं।
हादसे के बाद सवाल
उत्तराखंड में हर साल इस तरह के पहाड़ी रास्तों पर वाहन दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें दर्जनों लोग अपनी जान गंवाते हैं। इस ताजा घटना ने फिर एक बार सड़क सुरक्षा और पहाड़ी क्षेत्रों में यातायात के प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर सुरक्षा के कोई ठोस इंतजाम नहीं हैं और वाहन चालकों को भी अक्सर सावधानी नहीं बरतने से ऐसे हादसे हो जाते हैं।