🕒 Published 3 weeks ago (9:43 AM)
नई दिल्ली।अहमदाबाद में 12 जून को हुए एयर इंडिया के विमान हादसे की जांच रिपोर्ट सामने आ गई है। भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा जारी प्रारंभिक रिपोर्ट में हादसे के पीछे की गंभीर तकनीकी खामियों और कॉकपिट में हुई बातचीत का जिक्र किया गया है। हादसे में 241 यात्रियों समेत कुल 270 लोगों की जान चली गई थी।
टेकऑफ के कुछ सेकेंड बाद बंद हुए दोनों इंजन
AAIB की रिपोर्ट के अनुसार, एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 ने 12 जून की सुबह 01:38:42 IST पर अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। लेकिन टेकऑफ के कुछ ही क्षण बाद विमान के दोनों इंजन अचानक बंद हो गए। ब्लैक बॉक्स डेटा में यह साफ हुआ कि पहले इंजन-1 का फ्यूल स्विच ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ हो गया और महज 1 सेकंड के भीतर इंजन-2 में भी यही स्थिति बनी।
पायलट्स की बातचीत बनी रहस्य
कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में पायलट्स के बीच हुई बातचीत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, टेकऑफ के बाद एक पायलट ने दूसरे से पूछा, “तुमने कटऑफ क्यों किया?” जिसके जवाब में दूसरे पायलट ने कहा, “मैंने नहीं किया।” यह बातचीत इस ओर इशारा करती है कि फ्यूल स्विच में कोई तकनीकी गड़बड़ी हो सकती है।
32 सेकेंड तक हवा में रहा विमान, फिर हुआ हादसा
जांच के मुताबिक, टेकऑफ के बाद विमान महज 32 सेकेंड तक ही हवा में टिक पाया। इस दौरान दोनों इंजनों की रफ्तार तेजी से कम होती गई। 08:08:47 UTC पर Ram Air Turbine (RAT) एक्टिव हो गया, जिससे विमान में हाइड्रॉलिक पावर की आपूर्ति शुरू हुई। लेकिन इससे पहले कि स्थिति संभाली जाती, विमान रनवे से करीब 0.9 नॉटिकल मील दूर एक हॉस्टल से टकरा गया।
इंजन स्टार्ट की कोशिश, लेकिन नाकाम
ब्लैक बॉक्स रिकॉर्डिंग से पता चला है कि पायलटों ने इंजन-1 को दोबारा स्टार्ट करने की कोशिश की, जो आंशिक रूप से सफल रही, लेकिन इंजन-2 दोबारा शुरू नहीं हो सका। इस दौरान थ्रस्ट लीवर (गति बढ़ाने वाला यंत्र) ‘idle’ मोड पर थे, जबकि सिस्टम ने टेकऑफ पावर को सक्रिय दिखाया – जो कि तकनीकी खामी का संकेत हो सकता है।
हादसे की अन्य अहम बातें
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ईंधन की जांच में किसी तरह की गड़बड़ी या संदूषित सामग्री नहीं पाई गई।
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टेकऑफ के समय विमान के फ्लैप और लैंडिंग गियर सही स्थिति में थे।
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मौसम साफ था और कोई पक्षी टकराने जैसी घटना भी नहीं हुई।
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दोनों पायलट अनुभवी और पूरी तरह स्वस्थ थे।
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किसी आतंकी गतिविधि या साजिश के संकेत नहीं मिले।
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FAA (अमेरिका की विमानन एजेंसी) ने पहले ही फ्यूल स्विच को लेकर चेतावनी जारी की थी, लेकिन एयर इंडिया ने इसकी जांच नहीं कराई।
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विमान का वजन और उसमें मौजूद सामान भी मानकों के अनुरूप था।
सिर्फ एक यात्री बच पाया
इस भयावह हादसे में कुल 270 लोग सवार थे, जिनमें से 241 यात्री और 29 क्रू मेंबर थे। सिर्फ एक यात्री इस दुर्घटना में जीवित बच सका। हॉस्टल में मौजूद अन्य लोग भी इस हादसे की चपेट में आकर जान गंवा बैठे।
सवालों के घेरे में एयर इंडिया की जांच प्रक्रिया
अब जब FAA द्वारा पहले ही संभावित तकनीकी खामी की चेतावनी दी जा चुकी थी, तो एयर इंडिया द्वारा उस पर कार्रवाई न करना सवालों के घेरे में है। प्रारंभिक रिपोर्ट ने यह स्पष्ट किया है कि हादसा तकनीकी विफलता और संभावित सिस्टम गड़बड़ी का परिणाम हो सकता है।