चेन्नई: त्रि-भाषा फॉर्मूला को लेकर बवाल मचा हुआ है अभी हाल ही में शिवसेना ने इस फार्मूले का विरोध किया था अब तमिलनाडू में भी इसके विरोध में स्वर मुखर होने लगे हैं। तमिलनाडू के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने केंद्र की बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लिया है। hindi-is-a-mask-real-agenda-is-imposing-sanskrit-mk-stalin, स्टालिन का कहना है कि पूरे देश में हिंदी को लागू करना तो केवल दिखावा है उसका असली मकसद तो हिंदी की आड़ में संस्कृत को थोपना है। संस्कृत को केंद्र से भाषा संवर्धन निधि का बड़ा हिस्सा मिला है।
Hindi is a Mask, Real Agenda is Imposing Sanskrit : MK Stalin
Hindi is a Mask, Real Agenda is Imposing Sanskrit: MK Stalin।तमिलनाडु सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) का विरोध कर रही है, जिसमें तीन-भाषा के फॉर्मूले को अनिवार्य बनाया गया है। डीएमके सरकार अंग्रेजी और तमिल के अपने दो-भाषा फॉर्मूले को जारी रखना चाहती है, जो राज्य में 1968 से लागू है, और तीन-भाषा फॉर्मूले को भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा राज्य में हिंदी थोपने के कदम के रूप में देखती है। डीएमके फरवरी से भाजपा के साथ भाषा की लड़ाई में उलझी हुई है, जिसके 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले राज्य में एक प्रमुख मुद्दा बनने की उम्मीद है।
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