🕒 Published 2 months ago (10:51 AM)
इंदौर: राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक के बाद एक सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। शिलॉन्ग पुलिस की जांच में सामने आया है कि सोनम न सिर्फ राजा की हत्या की साजिश में शामिल थी, बल्कि वह एक और महिला की जान लेने की योजना बना चुकी थी।
दूसरी महिला को मारने का था प्लान
पुलिस के अनुसार, सोनम ने एक महिला की हत्या कर उसकी बॉडी को स्कूटी सहित जलाने या नदी में बहाने की योजना बनाई थी। इसका मकसद यह था कि पुलिस को भ्रम हो कि सोनम की भी हत्या हो चुकी है, जिससे वह जांच के दायरे से बाहर हो सके।
राज से मिला बुर्का और पैसे
जानकारी के मुताबिक, राज कुशवाहा ने इंदौर से सोनम के लिए मोबाइल, 50 हजार रुपये और एक काले रंग का बुर्का भिजवाया था। यही बुर्का पहनकर सोनम टैक्सी से सिलीगुड़ी तक पहुंची और नेपाल भागने की कोशिश की।
नकली अपहरण की कहानी
राजा की हत्या के बाद सोनम ने खुद को पीड़िता दिखाने की कोशिश की। गाजीपुर में उसने दावा किया कि उसे शिलॉन्ग में कुछ लोगों ने अगवा कर लिया था और लूट के दौरान राजा की हत्या कर दी गई। यह पूरा बयान पहले से तय स्क्रिप्ट का हिस्सा था।
हत्या के बाद इंदौर में छिपी रही सोनम
पूछताछ में यह भी सामने आया कि सोनम राजा की हत्या के बाद इंदौर लौट आई थी और देवास नाका क्षेत्र में किराए पर लिए गए एक फ्लैट में 14 दिन तक छिपकर रही। वह दिनभर फ्लैट के अंदर ही रहती थी। यह फ्लैट सोनम ने एक महीने पहले ही बुक कर लिया था। इस दौरान राज उससे मिलने आता रहा और उसके लिए ऑनलाइन राशन भी मंगवाया गया।
होटल में एक रात प्रेमी के साथ गुजारी
26 मई की रात सोनम ने एक होटल में भी ठहराव लिया। रात 2:19 बजे एक कपल ने ‘आकाश शर्मा’ और ‘अंजली’ के नाम से होटल में चेक-इन किया। आधार कार्ड गोविंद नगर पते का था। पुलिस को शक है कि ये दोनों असल में राज और सोनम ही थे।
हत्या की योजना शादी से पहले बनी
पुलिस जांच में यह बात भी स्पष्ट हुई है कि सोनम और उसके प्रेमी राज ने राजा की हत्या की योजना शादी के लगभग 11 दिन पहले ही बना ली थी। 19 मई को आरोपी विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी शिलॉन्ग पहुंच चुके थे। 27 मई को फोटोशूट के बहाने सोनम राजा को एक ऊंचे इलाके में ले गई, जहां दोपहर 2 बजे के आसपास उसकी हत्या कर दी गई। महज 18 मिनट में पूरा अपराध अंजाम दिया गया और सभी आरोपी वहां से निकल गए।
राजा रघुवंशी हत्याकांड अब सिर्फ एक प्रेम त्रिकोण का मामला नहीं रह गया है, बल्कि एक सुनियोजित, बहुस्तरीय आपराधिक षड्यंत्र बन चुका है, जिसकी परतें लगातार खुल रही हैं।