🕒 Published 1 day ago (9:59 AM)
Kedarnath Helicopter Crash: केदारनाथ धाम के करीब गौरीकुंड में रविवार सुबह एक बड़ा और दुखद हेलिकॉप्टर हादसा हो गया। इस हादसे में पायलट समेत सात लोगों की मौत हो गई है, जिनमें महाराष्ट्र के एक दंपति और उनका 23 महीने का मासूम बच्चा भी शामिल है। हेलिकॉप्टर श्रद्धालुओं को केदारनाथ से गौरीकुंड के फाटा के लिए उड़ान भरा था।
शुरुआती जानकारी में खराब मौसम को हादसे की मुख्य वजह बताया जा रहा है। दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर आर्यन एविएशन कंपनी का था।
कैसे हुआ हादसा?
हादसा गौरीकुंड के ऊपर गौरी माई खर्क से ऊपर जंगल में हुआ, जहां हेलिकॉप्टर के मलबे से जोरदार आग लग गई। गौरीकुंड के ऊपर घास काट रही नेपाली मूल की महिलाओं ने सबसे पहले हेलिकॉप्टर क्रैश होने की सूचना दी। नोडल अधिकारी राहुल चौबे और जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने हेलिकॉप्टर के क्रैश होने की पुष्टि की है। मौके पर एसडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन और अन्य रेस्क्यू दल राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।
मृतकों की पहचान:
इस दर्दनाक हादसे में जान गंवाने वालों में राजकुमार जायसवाल, श्रद्धा जायसवाल, काशी जायसवाल (23 महीने का बच्चा), तुष्टि सिंह, विनोद, विक्रम सिंह और कैप्टन राजीव शामिल हैं। बताया जा रहा है कि विनोद और विक्रम सिंह रावत स्थानीय निवासी थे, जिसमें विक्रम सिंह रावत बीकेटीसी (बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति) के कर्मचारी थे। शव बुरी तरह से जले होने के कारण पहचान में दिक्कतें आ रही हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने जताया दुख:
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, “रुद्रप्रयाग में हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की दुखद खबर मिली है। एसडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन एवं अन्य रेस्क्यू दल राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे हैं। सभी यात्रियों के सकुशल होने की कामना करता हूं।”
सात जून को भी हुई थी इमरजेंसी लैंडिंग:
यह पहला मौका नहीं है जब केदारघाटी में हेलिकॉप्टर को तकनीकी खराबी का सामना करना पड़ा है। इससे पहले, सात जून को भी क्रिस्टल कंपनी के एक हेलिकॉप्टर में तकनीकी खामी आने के कारण पायलट को रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी थी। उस घटना में पायलट को पीठ में चोट आई थी, लेकिन हेलिकॉप्टर में सवार सभी पांच यात्री सुरक्षित बच गए थे। उस समय हेलिकॉप्टर की टेल क्षतिग्रस्त होकर सड़क पर खड़ी कार पर जा गिरी थी और पंखों की चपेट में आने से एक दुकान का आगे का हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया था। संयोग से उस समय हाईवे पर कोई वाहन या राहगीर नहीं था।