🕒 Published 23 hours ago (12:49 PM)
Gangajal Vastu Tips : गंगाजल भारतीय संस्कृति और आस्था का एक गहरा प्रतीक है। यह केवल एक पवित्र जल नहीं, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा और स्वास्थ्य का अद्भुत स्रोत भी है। गंगा को देवी का रूप माना जाता है, और उसके जल में ऐसा देवत्व समाया हुआ है जो किसी भी स्थान को शुद्ध और पवित्र बना देता है।
धार्मिक मान्यताएं:
पुराणों के अनुसार, गंगाजल को ‘पाप विनाशिनी’ कहा गया है। मान्यता है कि घर में गंगाजल रखने से वास्तु दोष, नकारात्मक ऊर्जा और ग्रहों के कुप्रभाव से मुक्ति मिलती है। यह पूजा-पाठ, जन्म, मृत्यु या किसी भी शुभ कार्य में उपयोगी होता है और पूरे वातावरण को शुद्ध करता है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से लाभदायक:
आईआईटी रुड़की सहित कई शोध संस्थानों की रिपोर्ट बताती हैं कि गंगाजल में बैक्टीरियोफेज नामक सूक्ष्म तत्व पाए जाते हैं, जो हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करने में सक्षम होते हैं। यही वजह है कि यह जल वर्षों तक खराब नहीं होता। इसका छिड़काव न सिर्फ वातावरण को शुद्ध करता है बल्कि रोगों के संक्रमण को फैलने से भी रोकता है।
गंगाजल रखने के वास्तु टिप्स:
- गंगाजल को कांच या तांबे के पात्र में भरें और उत्तर दिशा में रखें।
- नियमित रूप से इसका छिड़काव करें या पूजा में उपयोग करें।
- इसे कभी भी गंदे या अपवित्र स्थान पर न रखें, ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
गंगाजल सिर्फ धार्मिक श्रद्धा का विषय नहीं, बल्कि यह एक ऊर्जा-स्रोत भी है, जो हमारे घर के वातावरण को शुद्ध, शांत और सकारात्मक बनाता है। यदि आपने अभी तक अपने घर में गंगाजल नहीं रखा है, तो आज ही इसे सम्मानपूर्वक स्थापित करें।