🕒 Published 2 weeks ago (7:16 PM)
चंडीगढ़। हरियाणा के सफाई कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए एक बड़े आंदोलन की शुरुआत कर दी है। प्रदेश में नियमित भर्ती न होने और एमडब्ल्यूएस एप्लिकेशन के ज़रिये हाजिरी लगाने के आदेशों के विरोध में कर्मचारियों ने प्रदर्शन का ऐलान किया है। आंदोलन की शुरुआत आज 3 जून को प्रदेश के सभी 89 फायर स्टेशनों पर काले झंडे लहराकर की जा रही है।
9 जुलाई तक चरणबद्ध आंदोलन, होगा मंत्रियों का घेराव
नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने बताया कि आंदोलन कई चरणों में चलेगा, जो 9 जुलाई तक जारी रहेगा। इस दौरान 29 जून को शहरी निकाय मंत्री विपुल गोयल के फरीदाबाद स्थित आवास का घेराव किया जाएगा। कर्मचारी सरकार से किए गए समझौतों को लागू करने की मांग कर रहे हैं, जो अब तक अधूरे हैं।
यह रहेगा विरोध का कार्यक्रम:
- 3 जून: सभी फायर स्टेशनों पर काले झंडों के साथ प्रदर्शन।
- 10 जून: एमडब्ल्यूएस पोर्टल पर हाजिरी के विरोध में काले बिल्ले व उल्टी झाड़ू के साथ प्रदर्शन।
- 12 जून: अग्निशमन महानिदेशक कार्यालय पंचकूला का घेराव।
- 7, 14 व 21 जून: अलग-अलग कमिश्नरियों में कन्वेंशन।
- 23 जून: मुख्यमंत्री और सभी कैबिनेट मंत्रियों के आवास पर प्रदर्शन व ज्ञापन।
- 29 जून: शहरी निकाय मंत्री विपुल गोयल के आवास का घेराव।
- 9 जुलाई: राष्ट्रव्यापी हड़ताल।
मांगें और नाराजगी
शास्त्री ने बताया कि सफाई कर्मचारियों को 27,000 रुपये वेतन देने की सीएम नायब सैनी की घोषणा अब तक लागू नहीं हुई है। ठेका प्रथा, नियमित भर्ती में देरी, और मौजूदा कर्मचारियों को स्थायी न करने से नाराज कर्मचारी सरकार से सीधी टक्कर लेने को तैयार हैं। हरियाणा कौशल रोजगार निगम के तहत 5 साल की सेवा पूरी करने वाले कर्मचारियों को नौकरी की गारंटी देने की मांग भी अधूरी पड़ी है।