भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने शांगरी-ला डायलॉग 2025 में पाकिस्तान और आतंकवाद को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत अब आतंकवाद को लेकर ‘नई लक्ष्मण रेखा’ खींच चुका है और पाकिस्तान को भी क्षेत्रीय स्थिरता के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
जनरल चौहान ने कहा कि “ताली एक हाथ से नहीं बजती”, इसलिए अगर शांति चाहिए तो पाकिस्तान को भी अपनी नीतियों में बदलाव लाना होगा। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की उस प्रतिक्रिया का हिस्सा था, जो सीमाओं के भीतर बढ़ते आतंकवाद और उसकी सहनशक्ति की सीमा पार करने के कारण जरूरी हो गया था।
CDS ने इस दौरान भारत की बदली हुई रणनीति पर बात करते हुए कहा कि अब भारत ने आतंकवाद के खिलाफ ‘रेड लाइन’ तय कर दी है, जो शून्य सहनशीलता की नीति पर आधारित है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को यह समझना होगा कि भारत अब हर आतंकवादी कार्रवाई पर चुप नहीं बैठेगा।
300 किमी तक मारक क्षमता, दुश्मन को स्पष्ट संदेश
जनरल चौहान ने बताया कि भारत अब 300 किलोमीटर तक एयर डिफेंस को सटीकता से निशाना बना सकता है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के भीतर एयरबेस और बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया, जिससे भारत की ताकत और तैयारी का स्पष्ट संदेश गया।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद पूरी दुनिया में अस्थिरता फैलाने का कारण बन रहा है और भारत अब इस खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
ऑपरेशन सिंदूर से मिली सीख, अब थिएटर कमांड की तैयारी
जनरल चौहान ने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान थलसेना, वायुसेना और नौसेना ने एकजुट होकर इंटेलिजेंस, प्लानिंग और लॉजिस्टिक्स साझा की। इसी अनुभव से सीख लेते हुए अब भारत थिएटर कमांड की दिशा में आगे बढ़ रहा है, हालांकि इसकी समयसीमा तय नहीं की गई है।
CDS ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की परिभाषा को भी स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता का मतलब हर हथियार देश में बनाना नहीं है, बल्कि इसके लिए मित्र देशों के साथ रणनीतिक साझेदारी भी जरूरी होगी।
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