🕒 Published 2 months ago (2:24 PM)
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए केंद्र सरकार की ‘राहवीर योजना’ को लागू कर दिया है। इस योजना का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों को समय पर इलाज दिलवाकर उनकी जान बचाना है।
घायलों को अस्पताल पहुंचाने पर मिलेगा इनाम
राज्य सरकार के अनुसार, अगर कोई नागरिक किसी सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को घटना के एक घंटे के भीतर अस्पताल या ट्रॉमा सेंटर पहुंचाता है, तो उसे 25,000 रुपये तक की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। यह समय अवधि “गोल्डन ऑवर” कहलाती है, जिसमें समय पर इलाज से जीवन बचाया जा सकता है।
प्रधानमंत्री की पहल का विस्तार
यह योजना मूल रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई थी, जिसे अब यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे प्रदेश में लागू कर दिया है। इसका मकसद आम लोगों को घायलों की मदद करने के लिए प्रेरित करना है ताकि हादसे के तुरंत बाद प्राथमिक उपचार मिल सके।
मानवता को मिलेगा बढ़ावा
अक्सर देखा गया है कि दुर्घटना के बाद लोग कानूनी झंझट या डर के कारण घायलों की मदद नहीं करते। यह योजना समाज में ऐसी सोच को बदलने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। सरकार का मानना है कि इस योजना से न केवल पीड़ितों को तुरंत मदद मिलेगी, बल्कि आम नागरिकों में सहयोग की भावना भी विकसित होगी।
पूरे प्रदेश में लागू, लखनऊ भी शामिल
राहवीर योजना अब उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में प्रभावी रूप से शुरू हो चुकी है। राजधानी लखनऊ सहित सभी प्रमुख शहरों में इस योजना के तहत कार्य किया जा रहा है। अधिकारियों का मानना है कि इससे राज्य में सड़क हादसों में जान गंवाने वालों की संख्या में गिरावट आएगी और घायलों को बेहतर चिकित्सा सुविधा समय पर उपलब्ध हो सकेगी।
सरकार की उम्मीद
राज्य सरकार को उम्मीद है कि यह योजना न केवल चिकित्सा व्यवस्था को अधिक प्रभावी बनाएगी, बल्कि सामाजिक सहभागिता को भी प्रोत्साहित करेगी। मानवता के इस प्रयास में हर नागरिक की भूमिका को महत्व दिया गया है।