🕒 Published 2 months ago (9:31 AM)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी दी है। गुजरात के गांधीनगर में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत के खिलाफ “प्रॉक्सी युद्ध” छेड़ रहा है, लेकिन अब भारत इसका जवाब उसी तीव्रता से दे रहा है। पीएम ने हाल ही में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए कहा कि इस बार आतंकियों के ठिकानों पर हमला पूरी तरह से कैमरे की निगरानी में किया गया, ताकि कोई भी देश या नेता इस पर सवाल न उठा सके।
प्रधानमंत्री ने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान 22 मिनट के भीतर नौ आतंकी ठिकानों को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया। उन्होंने विपक्ष पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि पहले जब सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक हुई थी, तब सबूत मांगे गए थे, लेकिन इस बार सब कुछ कैमरे के सामने हुआ है — अब हमें नहीं, बल्कि उन्हें (पाकिस्तान को) सबूत पेश करने पड़ रहे हैं।
‘गोलियों का जवाब गोलियों से या जड़ों से उखाड़कर?’
पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान को कई बार युद्ध में हार का सामना करना पड़ा है, इसलिए उसने आतंकवाद के सहारे प्रॉक्सी युद्ध की रणनीति अपनाई। अब वह निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने के लिए आतंकियों को भेजता है। उन्होंने पूछा कि क्या ऐसे हमलों को अब और सहन करना उचित है? क्या अब समय नहीं आ गया कि गोली का जवाब गोली से ही नहीं, बल्कि आतंक की जड़ें उखाड़ फेंकने से दिया जाए?
सिंधु जल संधि पर भारत का सख्त रुख
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में यह भी स्पष्ट किया कि सिंधु जल संधि को स्थगित करना भारत की रणनीतिक योजना का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि भारत शांति चाहता है, लेकिन अपनी सुरक्षा और स्वाभिमान के साथ कोई समझौता नहीं करेगा।
2047 तक विकसित भारत का संकल्प
अपने भाषण के अंत में प्रधानमंत्री ने देश के विकास की दिशा में भी बात की। उन्होंने कहा कि भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि आज़ादी के 100 साल पूरे होने तक भारत का तिरंगा पूरे विश्व में गर्व से लहराए — यही हमारा संकल्प है।