शास्त्री बोले : VIRAT KOHLI का संन्यास का फैसला हैरान करने वाला

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By Sunita Singh

🕒 Published 1 month ago (11:55 AM)

VIRAT KOHLI ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान करके विश्व क्रिकेट को चौंका कर रख दिया है । कोहली अपने टेस्ट करियर में 10000 रन भी नहीं पूरे कर पाए । विराट कोहली के अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने पर पूर्व भारतीय क्रिकेट कोच रवि शास्त्री अचंभ्भे में हैं । शास्त्री ने कहा कि विराट का यह फैसला काफी चौंकाने वाला है क्याोंकि उन्हें तो यही लगता था विराट अभी दो-तीन साल टेस्ट क्रिकेट को खेलते रहेंगे । शास्त्री ने कोहली की मानसिक थकान को इसका बड़ा कारण बताया और साथ ही कहा कि वह विराट की मानसिक थकावट को समझ सकते हैं।

शारीरिक नहीं, मानसिक थकावट संन्यास का कारण

शास्त्री ने खुलासा किया कि कोहली द्वारा संन्यास का फैसला सार्वजनिक करने के कुछ समय पहले उन्होंने विराट से इस बारे में बात की थी । शास्त्री ने कहा कि विराट ने संन्यास का यह फैसला शारीरिक कमजोरी के कारण नहीं, बल्कि मानसिक थकावट की वजह से लिया है। “वह अब भी सबसे फिट खिलाड़ियों में से एक है। लेकिन जब आप मानसिक रूप से आप थक जाते हैं, तो शरीर आपको संकेत देना शुरू कर देता है। मुझे लगता है कि उनके संन्यास की घोषणा से एक सप्ताह पहले विराट का दिमाग बहुत स्पष्ट था । उन्हें कोई पछतावा नहीं था । उसने कहा कि टेस्ट क्रिकेट को सब कुछ दे दिया है ।

पिछले एक दशक में सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले क्रिकेटर

“हर चीज़ में पूरी तरह शामिल रहते थे कोहली” शास्त्री ने कोहली की तीव्रता और मैदान के भीतर-बाहर उनकी मौजूदगी को burnout का कारण बताया । “वह पिछले एक दशक में सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले क्रिकेटर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया हो या दक्षिण अफ्रीका, लोग सिर्फ उसे देखने आते थे । उसकी तीव्रता लोगों के दिल में समा जाती थी।” विराट क्रिकेट का आलराउंडर खिलाड़ी था उन्होंने कहा, “वह सिर्फ बल्लेबाज़ नहीं था — ऐसा लगता था जैसे उसे ही सारे विकेट लेने हैं, सारे कैच पकड़ने हैं और सारे फैसले लेने हैं। इस स्तर की भागीदारी दुर्लभ होती है, लेकिन अगर संतुलन न हो तो ये थका देती है।” कोहली को अब कुछ साबित करने की ज़रूरत नहीं शास्त्री और कोहली की जोड़ी ने भारतीय टेस्ट क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया ।

विराट को कुछ साबित करने की जरूरत नहीं

ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज़ जीत, वेस्ट इंडीज़ में दबदबा और श्रीलंका में 22 साल बाद सीरीज़ जीती। इन सभी में कोहली की कप्तानी अहम रही। अब उसे कुछ साबित करने की जरूरत नहीं है । शास्त्री ने कहा। वह अंडर-19 वर्ल्ड कप जीत चुका है, वर्ल्ड कप्स जीत चुका है, भारत को महानता की ओर ले गया है । वह सब कुछ कर चुका है।”

विराट का अभी संन्यास लेने का समय नहीं आया थाः शोएब अख्तर

कोहली के रिटारमेंट को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट के एक बेहतरीन खिलाड़ी शोएब अख्तर ने भी प्रतिक्रिया दी है । अख्तर ने कहा कि विराट का अभी संन्यास लेने का समय नहीं आया था । “विराट कोहली रिटायर हुआ दुख हुआ यार मेरी ख्वाहिश थी कि उसे 10 हजार रन बनाने चाहिए थे । वह महान बल्लेबाज थे. मुझे बहुत दुख हुआ कि अब कोहली टेस्ट खेलते नहीं देख पाऊंगा।

12 मई 2025 को विराट ने टेस्ट क्रिकेट को किया अलविदा

बता दें कि 12 मई 2025 को विराट कोहली ने आधिकारिक तौर पर टेस्ट को अलविदा कर दिया । अपने खास नोट के साथ उन्होंने 269 नंबर का जिक्र किया, इसका क्या मतलब है । विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहते हुए अपने चाहने वालों के लिए एक बेहद भावुक पोस्ट भी लिखा था कि मुझे टेस्ट कैप को पहने हुए 14 साल हो चुके हैं । ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी इस बात को सोचा भी नहीं था कि इस फॉर्मेट में यात्रा यहां तक पहुंचेगी। इसने मेरा कड़ा इम्तिहान लिया । मेरे क्रिकेट को आकार दिया और वो सब सिखाया जिसे जीवन में आगे लेकर जाउंगा । विराट कोहली ने 123 टेस्ट मैचों में 9,230 रन बनाए, 30 शतक जड़े और 31 अर्धशतक जमाए । टेस्ट में कोहली ने 46.85 की औसत के साथ रन बनाए । कप्तान के तौर पर भारत को 40 टेस्ट मैचों में जीत दिलाई जो कि किसी भी भारतीय कप्तान द्वारा सबसे अधिक है।

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