🕒 Published 4 months ago (6:35 AM)
1 अप्रैल से दिल्ली की सड़कों पर नहीं दिखेंगी 790 DTC बसें, जानें क्यों बंद हो रही हैं!
दिल्ली की सड़कों पर दौड़ने वाली 790 DTC बसें 1 अप्रैल से अचानक गायब होने वाली हैं। अगर आप रोज़ाना DTC बसों में सफर करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत अहम है। दिल्ली की ट्रैफिक व्यवस्था पर इसका क्या असर पड़ेगा? यात्रियों को कितनी परेशानी होगी? और आखिर क्यों इन बसों को हटाया जा रहा है? आइए, इस पूरे मामले को विस्तार से समझते हैं।
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली सरकार ने घोषणा की है कि 1 अप्रैल से दिल्ली की सड़कों पर नहीं दिखेंगी 790 DTC बसें। यह कोई मामूली संख्या नहीं है, बल्कि अब तक की सबसे बड़ी संख्या में बसों को एक साथ हटाने का फैसला लिया गया है। सरकार का कहना है कि ये बसें अपनी तय उम्र पूरी कर चुकी हैं और अब इन्हें हटाना जरूरी हो गया है। लेकिन क्या बसों को अचानक से हटाने का फैसला सही है?
यात्रियों पर क्या पड़ेगा असर?
गर्मी के मौसम में बढ़ेगी दिक्कतें: अप्रैल का महीना दिल्ली में भीषण गर्मी की शुरुआत का समय होता है। ऐसे में सार्वजनिक परिवहन के साधन कम होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
ऑटो और कैब वालों की चांदी: जब बसें कम होंगी, तो लोगों को मजबूरन ऑटो, कैब और निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ेगा, जिससे उनका खर्च भी बढ़ेगा।
बस स्टॉप्स पर बढ़ेगी भीड़: पहले ही दिल्ली की बसों में भीड़ की समस्या रहती है, अब 790 बसें हटने से हालात और बिगड़ सकते हैं।
सरकार के पास क्या है प्लान?
सरकार इस फैसले से बचने के लिए पहले से ही योजना बना चुकी है। दिल्ली के परिवहन मंत्री डॉ. पंकज सिंह ने आश्वासन दिया है कि अप्रैल के महीने में 1000 नई इलेक्ट्रिक बसें सड़कों पर उतरेंगी। उनका दावा है कि नई बसें ज्यादा आरामदायक, पर्यावरण के अनुकूल और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगी। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या ये बसें समय पर आ पाएंगी?
DTC की बसों का हाल और भविष्य
अगर आंकड़ों पर नजर डालें, तो दिल्ली सरकार के मुताबिक दिसंबर 2025 तक 2000 DTC बसें सड़कों से हटा दी जाएंगी। यानी, यह संकट अभी खत्म नहीं होने वाला है। बसों की कमी को पूरा करने के लिए सरकार को अपनी प्रक्रिया में तेजी लानी होगी।
आने वाले समय में कितनी बसें हटेंगी?
साल | बसों की संख्या |
---|---|
जनवरी-मार्च 2025 | 790 |
अप्रैल-मई 2025 | 476 |
जून-सितंबर 2025 | 924 |
अक्टूबर-दिसंबर 2025 | 239 |
जनवरी-मार्च 2026 | 108 |
अप्रैल-मई 2026 | 15 |
जून-सितंबर 2026 | 10 |
अक्टूबर-दिसंबर 2026 | 04 |
क्या पुरानी सरकार है जिम्मेदार?
विशेषज्ञों का मानना है कि बसों की इस किल्लत के पीछे पूर्व की सरकार की लापरवाही जिम्मेदार है। आम आदमी पार्टी की सरकार को पहले ही मालूम था कि 2025 में इतनी बसें हटाई जाएंगी, लेकिन उन्होंने बसों को समय पर लाने की व्यवस्था नहीं की। यही वजह है कि अब यह संकट गहराता जा रहा है।
क्या कहते हैं आम लोग?
दिल्ली के निवासी इस फैसले से काफी नाराज नजर आ रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि सरकार को यह कदम उठाने से पहले नई बसें पहले से सड़कों पर उतारनी चाहिए थीं। वहीं, कुछ लोग इसे सिर्फ एक राजनीतिक स्टंट मान रहे हैं।
सरकार को क्या करना चाहिए?
नई बसों को जल्दी लाने पर जोर देना चाहिए।
पुरानी बसों की मरम्मत करके कुछ और समय तक चलाने का प्रयास करना चाहिए।
यात्रियों की सुविधा के लिए वैकल्पिक इंतजाम करने चाहिए।
बसों की संख्या में अचानक कटौती न करके धीरे-धीरे बदलाव करना चाहिए।
निष्कर्ष
1 अप्रैल से दिल्ली की सड़कों पर नहीं दिखेंगी 790 DTC बसें और इसका सीधा असर लाखों यात्रियों पर पड़ने वाला है। सरकार का दावा है कि नई इलेक्ट्रिक बसें इस कमी को पूरा करेंगी, लेकिन ये बसें कितनी जल्दी सड़कों पर उतरेंगी, यह देखने वाली बात होगी। फिलहाल, दिल्ली के यात्रियों को आने वाले महीनों में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
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