🕒 Published 1 week ago (6:43 PM)
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। देश के 17 लोकसभा सांसदों को उनके उत्कृष्ट और अनुकरणीय कार्य के लिए ‘संसद रत्न पुरस्कार 2025’ से नवाजा जाएगा। यह सम्मान उनके संसदीय कार्य, बहसों में भागीदारी, सवाल पूछने और जनता के मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाने के लिए दिया जा रहा है।
मानसून सत्र में बढ़ा सांसदों का सम्मान
फिलहाल संसद का मानसून सत्र जारी है जो 21 अगस्त तक चलेगा। इस सत्र के दौरान ही ‘संसद रत्न’ से सम्मानित होने वाले सांसदों की सूची जारी की गई है। इनमें विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल हैं जिन्होंने संसद में बेहतर भागीदारी दिखाई।
सम्मान पाने वाले प्रमुख नाम
सम्मान पाने वालों में एनसीपी-एसपी से सुप्रिया सुले, बीजेपी से रवि किशन और निशिकांत दुबे, और शिवसेना (उद्धव गुट) से अरविंद सावंत जैसे नाम शामिल हैं। इनके अलावा अन्य सांसदों के नाम भी घोषित किए गए हैं जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में शानदार कार्य किया है।
क्या होता है ‘संसद रत्न’ सम्मान
‘संसद रत्न पुरस्कार’ उन सांसदों को दिया जाता है जो सदन में सक्रिय रहते हैं और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करने में योगदान देते हैं। इस पुरस्कार की शुरुआत पूर्व राष्ट्रपति ए. पी. जे. अब्दुल कलाम के सुझाव पर हुई थी।
लोकतंत्र की मिसाल बने ये सांसद
इन सांसदों को यह सम्मान सिर्फ उनके पद के कारण नहीं बल्कि सदन में उनकी भागीदारी, जनहित में उठाए गए मुद्दों और विधायी प्रक्रियाओं में उनकी रुचि के आधार पर दिया जा रहा है। यह लोकतंत्र को मजबूती देने वाला एक सकारात्मक संकेत है।