हरियाणा के प्रतिष्ठित सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले का 38वां संस्करण एक भव्य और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध आयोजन के रूप में आरंभ हुआ। इस मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा, पूर्व कैबिनेट मंत्री और विधायक मूलचंद शर्मा, और पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई। इनके साथ विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों ने इस भव्य आयोजन का स्वागत किया।
उद्घाटन समारोह में गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
इस ऐतिहासिक आयोजन में कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा, पूर्व कैबिनेट मंत्री और विधायक मूलचंद शर्मा, तथा पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल ने अपनी उपस्थिति से इस मेले की गरिमा को और बढ़ाया। उन्होंने हस्तशिल्प कलाकारों और मेले में आए आगंतुकों के साथ बातचीत की और मेले की महत्ता पर प्रकाश डाला।
कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा ने कहा कि यह मेला स्थानीय कारीगरों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी कला प्रदर्शित करने का बेहतरीन मंच प्रदान करता है। उन्होंने मेले के आयोजनकर्ताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह पहल भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने में सहायक होगी।

पर्यटकों के लिए विशेष सुविधाएँ
इस बार मेले में आने वाले पर्यटकों के लिए अतिरिक्त सुविधाएँ भी प्रदान की गई हैं, जिनमें बेहतर पार्किंग व्यवस्था, डिजिटल भुगतान के विकल्प, और मुफ्त वाई-फाई शामिल हैं।
आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभाव
सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला न केवल एक पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है, बल्कि यह स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय कारीगरों के लिए एक बड़े आर्थिक अवसर का भी मंच प्रदान करता है। इस मेले के माध्यम से हस्तशिल्प उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा मिलता है, जिससे ग्रामीण और शहरी कारीगरों को प्रत्यक्ष रूप से लाभ मिलता है।
फरीदाबाद ब्रेकिंग: 38वाँ सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला अपने पूरे जोश और उत्साह के साथ शुरू हो चुका है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा, पूर्व कैबिनेट मंत्री और विधायक मूलचंद शर्मा, तथा पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल की उपस्थिति ने इस मेले की गरिमा को और बढ़ाया।
यह मेला न केवल भारतीय सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देता है, बल्कि हस्तशिल्प उद्योग को भी नई ऊँचाइयों तक ले जाने में सहायक साबित होता है। यदि आप भारतीय कला, संस्कृति और व्यंजनों के शौकीन हैं, तो इस मेले को देखने अवश्य जाएँ और हस्तशिल्प कलाकारों का उत्साहवर्धन करें।